तिरुपति बालाजी मंदिर, भक्ति और आस्था का केंद्र, 2024 में ₹1,365 करोड़ चढ़ावे और 4,000 किलो सोने के साथ भक्तों की श्रद्धा का अद्भुत उदाहरण है।
रिकॉर्ड चढ़ावा 2024 में ₹1,365 करोड़ का दान भगवान वेंकटेश्वर की कृपा और भक्तों की अटूट आस्था को दर्शाता है।
सोने का दान पिछले तीन वर्षों में मिले 4,000 किलो सोने का दान भक्ति, समर्पण और समृद्धि का प्रतीक है।
आर्थिक योगदान मंदिर के दान का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक कार्यों में किया जाता है, जो इसे भक्ति के साथ सेवा का केंद्र बनाता है।
भक्तों की कहानियाँ हर वर्ग के भक्त, चाहे किसान हों या उद्योगपति, तिरुपति में चढ़ावा चढ़ाकर अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हैं।