भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, डिकॉक और हैंड्रिक्स क्रीज पर डटे

न्यू चंडीगढ़।

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मुल्लांपुर में खेले जा रहे दूसरे टी-20 मुकाबले में भारत को पहली सफलता वरुण चक्रवर्ती ने दिलाई है। स्पिनर चक्रवर्ती को जैसे ही आक्रमण पर लाया गया, उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर रीजा हैंड्रिक्स को बोल्ड कर पवेलियन भेज दिया।
हैंड्रिक्स शुरुआत से ही अच्छे तालमेल के साथ रन बना रहे थे, लेकिन चक्रवर्ती की घूमती हुई गेंद उनकी टाइमिंग बिगाड़ गई और स्टंप उखड़ते ही भारत को बड़ी राहत मिली।

साउथ अफ्रीका ने इसके बावजूद तेज रन बनाना जारी रखा और पावरप्ले में टीम ने 50 रन का आंकड़ा पार कर लिया। क्विंटन डिकॉक क्रीज पर टिके हुए हैं और आक्रामक अंदाज़ में खेल रहे हैं। मुल्लांपुर की यह पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार दिख रही है, लेकिन चक्रवर्ती के शुरुआती विकेट ने भारतीय रणनीति को मजबूती दी है।

भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने प्रारंभिक ओवरों में तेज गेंदबाजों को मौका दिया, जिसके बाद अब स्पिन आक्रमण के जरिये रनगति पर नियंत्रण की कोशिश की जा रही है।


भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टी-20 श्रृंखला का दूसरा मुकाबला बुधवार को मुल्लांपुर के नवगठित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। यह स्टेडियम पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी कर रहा है, जिससे दर्शकों में उत्साह और अपेक्षा दोनों का माहौल है। मुकाबले की शुरुआत में भारत ने टॉस जीतते हुए पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया, जो परिस्थितियों को देखते हुए एक रणनीतिक फैसला माना जा रहा है।

साउथ अफ्रीका ने अपनी पारी की शुरुआत सावधानी और संयम के साथ की। 3.3 ओवर तक टीम बिना किसी नुकसान के 28 रन बना चुकी थी। क्रीज पर क्विंटन डिकॉक और रीजा हैंड्रिक्स मौजूद हैं, जो अनुभव और दमदार बल्लेबाजी की वजह से भारतीय गेंदबाजों के लिए चुनौती बन सकते हैं।

शुरुआती ओवर में रोमांच: हैंड्रिक्स रनआउट से बाल-बाल बचे

पारी के तीसरे ओवर में एक ऐसा क्षण आया जिसने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। हैंड्रिक्स ने रन लेने की कोशिश की, लेकिन डिकॉक ने तुरंत मना कर दिया। उसी क्षण कवर पर खड़े तिलक वर्मा ने तेजी से गेंद को उठाकर सीधे विकेट की ओर थ्रो कर दिया।
थ्रो बेहद करीब से चूक गया। अगर गेंद स्टंप से टकरा जाती तो हैंड्रिक्स शून्य पर ही पवेलियन लौट जाते, जिससे अफ्रीकी टीम की शुरुआत बेहद खराब हो सकती थी।

पिच की मदद और भारतीय गेंदबाजी की रणनीति

मुल्लांपुर की पिच शुरुआती ओवरों में सीम मूवमेंट और उछाल दे रही है, जिसका अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह ने भरपूर उपयोग किया। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के दोनों सलामी बल्लेबाजों ने संयम दिखाते हुए पिच को परखा और जोखिम भरे शॉट खेलने से बचते रहे।
डिकॉक स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश में लगे हैं, जबकि हैंड्रिक्स ने शॉट चयन पर विशेष ध्यान दिया है।

मुल्लांपुर स्टेडियम की पहली अंतरराष्ट्रीय परीक्षा

यह मुकाबला मुल्लांपुर स्टेडियम के लिए भी एक बड़ी परीक्षा है। पहली बार यहां इतनी बड़ी भीड़ और अंतरराष्ट्रीय स्तर की पिच एवं आउटफील्ड का परीक्षण हो रहा है। दर्शक दीर्घाओं में भारी भीड़ देखी जा रही है, जिससे यह प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र में क्रिकेट प्रेमियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।

दोनों टीमों का संतुलित संयोजन

भारतीय टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन दिखाई दे रहा है। कप्तान सूर्यकुमार यादव आज भी टीम की कमान संभाल रहे हैं। दूसरी ओर साउथ अफ्रीका ने भी अपने अनुभवी बल्लेबाजों और ऑलराउंडरों को बनाए रखा है।


दोनों टीमों की प्लेइंग-XI

भारत

सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह।

साउथ अफ्रीका

ऐडन मार्करम (कप्तान), रीजा हैंड्रिक्स, क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), डेवॉल्ड ब्रेविस, डेविड मिलर, डोनोवन फरेरा, जॉर्ज लिंडे, मार्को यानसन, लूथो सिपामला, लुंगी एनगिडी और ओर्टनील बार्टमैन।


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