सर्दियों में गर्म पानी से नहाना क्यों नुकसानदेह? जानें 11 खतरे और 9 हेल्दी आदतें

ठंड के मौसम में बहुत गर्म पानी से नहाने से चमड़ी की नमी तेजी से घट जाती है। इससे त्वचा रूखी, खिंची हुई और कमजोर हो जाती है। डॉक्टर बताते हैं कि बार-बार ऐसा करने से चमड़ी की सुरक्षा परत को नुकसान पहुँचता है।

बहुत गर्म पानी से स्किन की नैचुरल परत कमजोर होती है

जब नहाने का पानी जरूरत से ज्यादा गर्म होता है तो वह चमड़ी की प्राकृतिक परत को पिघला देता है। इससे त्वचा में जलन, लालपन और टूट-फूट जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं।

गर्म पानी से नहाने पर बढ़ सकता है एक्जिमा और खुजली

डॉक्टरों के अनुसार तेज गर्म पानी से नहाने पर त्वचा पहले नमी खोती है और फिर शरीर में खुजली, जलन और दानों जैसी दिक्कतें शुरू होती हैं। जिन लोगों को एक्जिमा रहता है।

ठंड में गर्म पानी से नहाने से शरीर जल्दी थकता है

बहुत गर्म पानी शरीर की ऊर्जा कम कर देता है। नहाने के बाद हल्का चक्कर, कमजोरी या सुस्ती महसूस होती है। यह तापमान के अचानक बदलने के कारण होता है, जिससे शरीर की प्राकृतिक गर्मी संतुलित नहीं रह पाती।

बेहद गर्म पानी बालों की जड़ों को भी कमजोर करता है

सर्दियों में गर्म पानी से सिर धोने से बालों की जड़ें ढीली पड़ने लगती हैं। इससे बाल जल्दी टूटते और झड़ने लगते हैं। गर्माहट बालों की प्राकृतिक सफेद परत को भी खत्म कर देती है, जिससे बाल बेजान दिखते हैं।

दिल और रक्तचाप वाले मरीजों को ज्यादा खतरा

बहुत गर्म पानी से नहाने पर शरीर का तापमान अचानक बदलता है। इससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है और रक्तचाप अस्थिर होने की चिंता बढ़ती है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि दिल के मरीज हल्के गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करें।

डॉक्टर की राय: गुनगुने पानी से नहाना ही सुरक्षित तरीका

विशेषज्ञ मानते हैं कि सर्दियों में हल्का गुनगुना पानी शरीर को आराम देता है और नमी भी नहीं छीनता। ऐसा पानी त्वचा की सुरक्षा परत को सुरक्षित रखता है और ठंड में नहाने का सही तरीका माना जाता है।

ठंड में नहाने की 9 सही आदतें जो सभी के लिए जरूरी हैं

सुबह के बजाय हल्की धूप में नहाना, गुनगुने पानी का प्रयोग, नहाने के बाद तुरंत मॉइस्चर लगाने जैसी आदतें शरीर को सुरक्षित रखती हैं। इन आदतों से त्वचा स्वस्थ रहती है।