दो दिन के हंगामे के बाद लोकसभा में प्रश्नकाल शांति से चला

दो दिन से संसद में खूब हंगामा हो रहा था और बार-बार सदन रुक रहा था। लेकिन बुधवार, 3 दिसंबर को लोकसभा में माहौल थोड़ा शांत रहा। आज प्रश्नकाल बिना किसी रुकावट के चल गया।

सरकार और विपक्ष के बीच एसआईआर यानी मतदाता सूची के स्पेशल रिविजन को लेकर काफी झगड़ा चल रहा था। विपक्ष का कहना था कि यह प्रक्रिया ठीक से नहीं हो रही और कई राज्यों में मतदाता सूचियों में गलतियाँ हैं। इसी बात पर दो दिन तक शोर-शराबा हुआ।

मंगलवार की शाम स्पीकर ओम बिरला ने दोनों पक्षों से बात की और मामला थोड़ा शांत हो गया। इसलिए आज सदन में काम आसानी से हुआ।

सुबह सदन की शुरुआत कुछ पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि देने से हुई। उसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसमें कई मंत्रालयों 
महिला व बाल विकास, स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा – से जुड़े सवाल पूछे गए।

सांसदों ने सरकार से पूछा कि पोषण योजना कैसी चल रही है, मेडिकल सुविधाएँ कहाँ-कहाँ कम हैं, किसानों की आय कैसे बढ़ाई जाएगी और शिक्षा में क्या सुधार किए जा रहे हैं। मंत्रियों ने इन सभी सवालों का जवाब दिया और कुछ नई योजनाएँ भी बताईं।

विपक्ष की मांग के बाद सरकार ने अब मान लिया है कि एसआईआर पर अगले हफ्ते लोकसभा में पूरी चर्चा होगी।
इससे पहले सोमवार को वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा होगी और मंगलवार को चुनाव सुधारों पर बहस होगी।

आज सुबह विपक्षी पार्टियों की भी बैठक हुई। इसमें कांग्रेस, डीएमके और बाकी दलों ने अपनी संयुक्त रणनीति पर बात की।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा कि अगले हफ्ते एसआईआर पर चर्चा तय है और वंदे मातरम की वर्षगांठ व चुनाव सुधारों पर भी बात होगी।

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