14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने बनाई पहचान, मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
वैभव सूर्यवंशी 14 साल की उम्र में बनाई अपनी पहचान। 2025 में क्रिकेट की दुनिया में इस खिलाड़ी ने अपनी मेहनत और जस्बे से अपनी पहचान बनाई. उन्होंने IPL 2025 में डेब्यू से लेकर विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 तक शतकों की बारिश की. उन्होंने से सालभर अलग-अलग टूर्नामेंट में कुल 7 शतक बनाए और सभी को हैरान कर दिया।
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वैभव को एक खास सम्मान मिला है. 26 दिसंबर 2025 को बिहार के इस बल्लेबाज को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित समारोह में दिया गया है। जो किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए गर्व की बात है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के करीब 20 होनहारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया. इसमें क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी भी शामिल रहे. यह पुरस्कार सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के बेटों की शहादत के सम्मान में हर साल 26 दिसम्बर को आयोजित किया जाता है।
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यह पुरस्कार सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शहादत के सम्मान में आयोजित किया जाता है. उनके बेटों अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह साहिबजादे भी कहा जाता है.साहिबजादों की शहादत को सम्मान देने के लिए पीएम मोदी ने साल 2022 में हर 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी।
क्या-क्या मिलता है पुरस्कार में?
केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय तरफ से अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को सम्मानित करने के लिए साल 1996 में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार की शुरुआत की गई थी. यह पुरस्कार पाने वाले बच्चे गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होते हैं. साल 2022 में इसे गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की शहादत को समर्पित किया गया और इसे 26 दिसम्बर देने की तारीख तय की गई।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले हर बच्चे को एक मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाता है. इसके साथ ही एक लाख रुपए की राशि भी बतौर पुरस्कार दी जाती है।
इस पुरस्कार समारोह में शामिल होने के कारण वैभव सूर्यवंशी विजय हजारे ट्रॉफी के बचे हुए मैचों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। हालांकि, टूर्नामेंट के पहले ही मैच में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा था।
वैभव ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ बिहार की ओर से खेलते हुए मात्र 84 गेंदों में 190 रन की ऐतिहासिक पारी खेलकर नया रिकॉर्ड बनाया था। कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके वैभव सूर्यवंशी को मिल रहा यह सम्मान बिहार के खेल जगत के लिए भी गर्व का विषय माना जा रहा है. वैभव टी-20 में शतक लगाने वाले यंगेस्ट बैटर।
वैभव सूर्यवंशी का नाम टी-20 क्रिकेट में अब तक के सबसे कम उम्र शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में सबसे ऊपर आता है. उन्होंने 14 साल 32 दिन की उम्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 बॉल में शतक पूरा किया।
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