संशोधित रिपोर्ट : दो सरकारी बसों की आमने-सामने टक्कर से बड़ा हादसा, राहत–बचाव जारी, केंद्र और राज्य सरकारें सक्रिय
तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में शुक्रवार शाम हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। कराईकुडी और डिंडीगुल मार्ग पर दो सरकारी बसों की आमने-सामने भिड़ंत में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना 30 नवंबर की शाम लगभग 5 बजे हुई, जब दोनों बसें तेज रफ़्तार में विपरीत दिशाओं से आ रही थीं और अचानक आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बसों के आगे के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और कई यात्री अंदर ही फंस गए।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। राहत और बचाव दलों ने भारी मशक्कत के बाद बसों में फंसे घायलों को बाहर निकाला। घायलों को कराईकुडी सरकारी अस्पताल, तिरुपत्तूर सरकारी अस्पताल और शिवगंगा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कई यात्रियों की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख, पीएमएनआरएफ से सहायता राशि की घोषणा
दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की और सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवगंगा में हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है।
तमिलनाडु सरकार ने भी बढ़ाया मदद का हाथ
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हादसे पर शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने जिला कलेक्टर और राज्य मंत्री केआर पेरियाकरुप्पन को तुरंत स्थल पर भेजा, ताकि घायलों को समय पर चिकित्सा सहायता मिल सके। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ और घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी न रहे।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जांच के अनुसार, कांगेयम से कराईकुडी जा रही तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम की बस और कराईकुडी से डिंडीगुल की ओर जा रही दूसरी सरकारी बस तेज रफ्तार में थीं। संकरी सड़क और मोड़ पर अचानक सामने आने से दोनों वाहनों में जोरदार टक्कर हो गई। यात्रियों के अनुसार, टक्कर के तुरंत बाद चीख–पुकार मच गई और कई लोग बस के अंदर ही फंस गए थे। स्थानीय ग्रामीणों ने भी प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्य में बड़ी भूमिका निभाई।
फिलहाल स्थिति
पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। बसों की तकनीकी स्थिति, चालक की गति, सड़क की स्थिति और अन्य पहलुओं को जांच में शामिल किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि घायलों के इलाज में पूरी सहायता दी जा रही है और मृतकों की पहचान कर परिजनों को सूचित किया जा रहा है।
✨ स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!
“पाकिस्तान में 24 घंटों में सात धमाके, क्वेटा–डेरा मुराद जमाली में दहशत”
हिमाचल पुलिस का बड़ा प्रहार: रिकॉर्ड 1958 एनडीपीएस केस दर्ज
जापान में पैरानॉर्मल क्लीनिंग सर्विस: डर, परंपरा और बिज़नेस का अनोखा मेल
मारुति सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक कार e-Vitara भारत में 2 दिसंबर 2025 को लॉन्च होगी
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/media_files/2025/12/01/tamilnadu-bus-accident-2025-12-01-19-30-52.webp)