जापान में पैरानॉर्मल क्लीनिंग एक नया ट्रेंड है...

टोकियो। जापान हमेशा अपनी संस्कृति, परंपराओं और तकनीक के अनोखे मेल के लिए जाना जाता है। एक तरफ देश हाई-टेक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ लोग अब भी आध्यात्मिक विश्वासों और पारंपरिक मान्यताओं को बहुत महत्व देते हैं। इन्हीं दोनों के मिश्रण से हाल ही में जापान में एक अनोखे बिज़नेस का जन्म हुआ है पैरानॉर्मल क्लीनिंग सर्विस।

यह सेवा खासतौर पर उन घरों और जगहों के लिए है जिन्हें लोग भूतिया, हॉन्टेड या नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित मानते हैं। जापान में ऐसे घरों को ‘जिको बुकेन’ कहा जाता है। यह शब्द उन घरों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जहां असामान्य या दुखद घटनाएं हुई हों जैसे आत्महत्या, हत्या, अकेलेपन में मृत्यु या कोई रहस्यमयी घटना। ऐसे घरों की कीमत सामान्य घरों की तुलना में काफी कम होती है, लेकिन लोग इन्हें खरीदने या किराए पर लेने से बचते हैं। जापानी समाज में मानसिक शांति और सामाजिक छवि बेहद महत्वपूर्ण हैं, इसलिए कोई भी ऐसा घर नहीं लेना चाहता जहाँ उसे डर या असुरक्षा महसूस हो।

यहीं पैरानॉर्मल क्लीनिंग कंपनियां काम में आती हैं। ये कंपनियां पहले घर की जांच करती हैं कि कहीं वहां कोई असामान्य गतिविधि तो नहीं हो रही या वातावरण असामान्य रूप से भारी तो नहीं लगता। इसके बाद घर की पूरी सफाई और शुद्धिकरण किया जाता है। सफाई में धूप, खास रसायनों, कमरे की डीप-क्लीनिंग और पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल होता है। कई कंपनियां बौद्ध और शिंटो परंपराओं के पुजारियों को भी बुलाती हैं। वे घर में मंत्रोच्चार, पूजा और आत्माओं की “शांति” के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं।

यह प्रक्रिया केवल सफाई तक ही नहीं रुकती। काम पूरा होने के बाद कंपनियां एक प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट) देती हैं कि घर अब सुरक्षित है और वहां कोई नकारात्मक ऊर्जा नहीं बची। यह प्रमाणपत्र खरीदारों और किराएदारों को मानसिक शांति देता है और घर की मार्केट वैल्यू भी बढ़ा देता है।

जापान की संस्कृति में मृत्यु और आत्माओं को लेकर गहरे विश्वास जुड़े हैं। लोग मानते हैं कि आत्माओं को सम्मान देने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यही कारण है कि पैरानॉर्मल क्लीनिंग कंपनियों का बिज़नेस तेजी से बढ़ रहा है। यह केवल अंधविश्वास का मामला नहीं, बल्कि सामाजिक मान्यताओं और भावनात्मक सुरक्षा से भी जुड़ा है।

आर्थिक दृष्टि से भी यह मॉडल काफी मजबूत है। जिको बुकेन घरों की कीमत सामान्य घरों से 20–30% कम होती है। लेकिन क्लीनिंग प्रक्रिया के बाद ये घर फिर से बाजार में अच्छे दामों पर बिक जाते हैं। कंपनियां इस सेवा के लिए अलग शुल्क लेती हैं, जो घर के आकार और मामले की जटिलता के अनुसार तय होता है।

हालांकि कुछ लोग इसे अंधविश्वास पर आधारित बिज़नेस मानते हैं और कहते हैं कि कंपनियां लोगों के डर का फायदा उठा रही हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पैरानॉर्मल एक्टिविटी का ठोस प्रमाण नहीं है। फिर भी जापान में सामाजिक मान्यताओं, पारिवारिक परंपराओं और मानसिक शांति की जरूरत ने इस बिज़नेस मॉडल को सफल बना दिया है।

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