पायलटों की कमी से रद्द उड़ानों पर कड़ा रुख, इंडिगो के मुख्यालय में तैनात होंगे डीजीसीए अधिकारी
इंडिगो के संचालन संकट पर केंद्रित हुआ नागर विमानन महानिदेशालय
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइन इंडिगो के हालिया संचालन संकट के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने निगरानी को और अधिक सख्त करते हुए बुधवार को आठ सदस्यीय विशेष निगरानी दल गठित कर दिया है। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने, पायलटों की कमी और संचालन अस्थिरता के बाद डीजीसीए ने यह कदम उठाया है ताकि यात्रियों को हो रही परेशानियों को कम किया जा सके और एयरलाइन के संचालन पर करीबी नजर रखी जा सके।
इंडिगो मुख्यालय में होंगे तैनात अधिकारी, पायलटों से लेकर उड़ान संचालन तक निगरानी
डीजीसीए द्वारा गठित निगरानी दल में एक उप प्रमुख उड़ान संचालन निरीक्षक, एक वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक और दो अन्य संचालन निरीक्षक शामिल हैं। इनमें से दो अधिकारी प्रतिदिन इंडिगो के कॉरपोरेट कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। उनका काम एयरलाइन के बेड़े की स्थिति, पायलटों की कुल संख्या, प्रशिक्षण में लगे पायलट, चालक दल के सेवा के घंटे, उड़ानों की औसत दूरी और नेटवर्क संचालन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की निगरानी करना होगा।
इसके अतिरिक्त डीजीसीए ने एक वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी और एक उप निदेशक को भी इंडिगो मुख्यालय में नियुक्त किया है। ये अधिकारी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की रद्दीकरण स्थिति, धनवापसी, यात्रियों को नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार मुआवजा, समय पर परिचालन और सामान से जुड़े मामलों पर नियमित निगरानी करेंगे।
सभी अधिकारी प्रतिदिन शाम 6 बजे तक संयुक्त महानिदेशक (प्रशासन) हरीश कुमार वशिष्ठ और संयुक्त महानिदेशक जयप्रकाश पांडेय को विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
इंडिगो सीईओ को तलब, कंपनी का दावा—सामान्य स्थिति बहाल करने में जुटे सभी कर्मचारी
डीजीसीए ने इससे पहले एयरलाइन के सीईओ को गुरुवार दोपहर 3 बजे तक विस्तृत रिपोर्ट के साथ तलब किया था। इसके बाद इंडिगो प्रबंधन ने बयान जारी कर कहा कि उनके सभी 65,000 कर्मचारी संचालन को सामान्य करने के प्रयास में एक साथ काम कर रहे हैं। एयरलाइन ने बताया कि सीईओ और पूरी संचालन टीम नेटवर्क स्थिरता, उड़ानों की बहाली और रद्दीकरण को कम करने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
एयरलाइन बोर्ड भी हालात की समीक्षा कर रहा है, जबकि बोर्ड का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप प्रतिदिन बैठक कर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
दिल्ली के व्यापार और पर्यटन पर पड़ा बड़ा असर: सीटीआई का दावा
इधर चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने दावा किया है कि इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से दिल्ली के व्यापार, पर्यटन, प्रदर्शनी और उद्योग क्षेत्रों को लगभग 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीटीआई का कहना है कि उड़ानों के रद्द होने के कारण यात्रियों और व्यावसायिक आगंतुकों की आवाजाही बाधित हुई, जिससे व्यापारी गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ा।
संचालन संकट के बीच डीजीसीए की कड़ी कार्रवाई से बढ़ी निगरानी
इंडिगो का हालिया संकट देश के विमानन क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बन गया है। पायलटों की उपलब्धता, प्रशिक्षण और शेड्यूलिंग से जुड़ी समस्याओं के बीच डीजीसीए की यह सख्त पहल एयरलाइन के संचालन को स्थिर करने और यात्रियों को राहत पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अब यह देखने वाली बात होगी कि इंडिगो प्रबंधन किस गति से उड़ानों की संख्या और संचालन को सामान्य स्थिति में ला पाता है।
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