जैसलमेर के रामगढ़ नहरी क्षेत्र में मिला एयरक्राफ्ट, वायु सेना और सेना की टीम ने की जांच

जैसलमेर भारत–पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुरुवार दोपहर उस समय हलचल मच गई, जब भारतीय वायु सेना का एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट (आरपीए) अचानक इंजन में आई तकनीकी खराबी के बाद रामगढ़ नहरी क्षेत्र के एक खेत में गिर गया। खेत में काम कर रहे एक स्थानीय किसान ने ड्रोननुमा एयरक्राफ्ट को नीचे गिरते देखा और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस, वायु सेना और सेना के अधिकारी मौके पर पहुँचे और पूरे क्षेत्र को घेराबंदी कर जांच शुरू की।

वायु सेना ने बयान जारी कर बताया कि यह एयरक्राफ्ट रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था। उड़ान के दौरान इंजन में खराबी का पता चलते ही नियंत्रित तरीके से इसे जैसलमेर के पास एक खाली मैदान में सुरक्षित लैंड कराया गया। इस कारण न तो जमीन पर किसी प्रकार का नुकसान हुआ और न ही एयरक्राफ्ट में गंभीर क्षति आई। वायु सेना ने कहा कि “एयरक्राफ्ट को सुरक्षित उतारने की प्रक्रिया सफल रही, जिससे बड़े हादसे को रोका जा सका।”

मौके पर स्लाइड करते हुए आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एयरक्राफ्ट खेत में गिरने के बाद कुछ फीट तक मिट्टी पर स्लाइड करता हुआ आगे बढ़ा, जिसके कारण इसका आगे वाला हिस्सा टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि एयरक्राफ्ट के पंख और पिछले हिस्से के फिन्स लगभग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ कि एयरक्राफ्ट किसी सर्विलांस, रिकॉर्डिंग या तकनीकी निगरानी मिशन में प्रयुक्त होने वाला मॉडल था।

वायु सेना की तकनीकी टीम ने मौके पर पहुँचकर तुरंत फ्लाइट डेटा, इंजन की स्थिति और उपकरणों की जांच शुरू की। सुरक्षा कारणों से क्षेत्र में लोगों का आवागमन सीमित कर दिया गया। अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि एयरक्राफ्ट में मौजूद कोई संवेदनशील उपकरण क्षेत्र में न छूटे हों।

स्थानीय किसान की सतर्कता से सूचना समय पर पहुँची

दोपहर करीब 2 बजे स्थानीय किसान ने खेत की ओर गिरते हुए इस आरपीए को देखा। पहले तो उन्हें लगा कि कोई बड़ा पक्षी गिरा है, लेकिन थोड़ी दूरी पर पहुँचकर उन्हें समझ आया कि यह एक सैन्य उपकरण है। उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन कर सूचित किया, जिसके बाद प्रशासनिक और सैन्य टीमें तुरंत हरकत में आ गईं।

पुलिस ने प्रारंभिक बयान में बताया कि घटना में किसी जान–माल का नुकसान नहीं हुआ है और पूरा क्षेत्र सुरक्षित है। वायु सेना की टीम आगे की तकनीकी जांच कर रही है, जिसके बाद आरपीए को बेस पर ले जाया जाएगा।

बड़ा हादसा टलने पर राहत

सीमा क्षेत्र में आरपीए का इस तरह गिरना चिंताजनक हो सकता था, लेकिन नियंत्रित लैंडिंग और समय रहते पहुंची तकनीकी टीम ने स्थिति को पूरी तरह संभाल लिया। एयरफोर्स अधिकारियों ने कहा कि इंजन खराबी के वास्तविक कारणों की विस्तृत जांच की जाएगी।

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