मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले: उज्जैन आने वाले श्रद्धालु सिर्फ मेहमान नहीं, बाबा महाकाल के अतिथि हैं
उज्जैन को धार्मिक, सांस्कृतिक और आधुनिक विकास के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार ने एक और बड़ा कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में 129 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 12 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करते हुए कहा कि बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन आने वाले श्रद्धालु केवल मेहमान नहीं हैं, बल्कि स्वयं बाबा महाकाल द्वारा आमंत्रित अतिथि हैं। इसलिए प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी है कि हर श्रद्धालु को संवेदना, सम्मान और आत्मीयता के साथ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बीते तीन से चार दिनों में ही पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं, जो उज्जैन की बढ़ती धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता को दर्शाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए शहर की कनेक्टिविटी, आधारभूत संरचना और सुविधाओं को नए स्तर पर ले जाया जा रहा है।
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चिंतामण गणेश स्टेशन बनेगा मुख्य रेलवे स्टेशन, नया स्टेशन और विमानतल भी तैयार
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उज्जैन के चिंतामण गणेश रेलवे स्टेशन को भविष्य में शहर के मुख्य स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही मोहनपुरा क्षेत्र में एक नया रेलवे स्टेशन भी बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि उज्जैन के समीप एक बड़े विमानतल का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है, ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु सीधे उज्जैन उतर सकें और उन्हें इंदौर या अन्य शहरों पर निर्भर न रहना पड़े।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में इंदौर और उज्जैन के बीच मेट्रो सेवा शुरू होगी। उससे पहले वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की सौगात उज्जैन को मिलेगी, जिससे दोनों शहरों के बीच आवागमन और अधिक सुगम होगा।
युवाओं के लिए तीन बड़ी पहल, शिक्षा से रोजगार तक की तैयारी
नानाखेड़ा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उज्जैन के युवाओं को केंद्र में रखकर तैयार की गई तीन महत्वपूर्ण पहलों का एक साथ शुभारंभ किया। उन्होंने प्रोजेक्ट स्वाध्याय की शुरुआत की, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को कम उम्र से ही कोडिंग और डिजिटल सोच से जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के तहत निनौरा में तीन हजार युवाओं और मक्सी के पास दो हजार युवाओं के लिए कौशल विकास केंद्र शुरू किए गए हैं।
इसके साथ ही UtkarshUjjain.com वेब पोर्टल का शुभारंभ किया गया, जो युवाओं को शिक्षा, कौशल और रोजगार से जुड़ी जानकारियां एक ही मंच पर उपलब्ध कराएगा। मुख्यमंत्री ने कौशल सेतु इंडस्ट्री-लीड स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की भी शुरुआत की, जिसका उद्देश्य शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी को पाटते हुए युवाओं को वास्तविक औद्योगिक जरूरतों के अनुरूप तैयार करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये पहलें युवाओं को केवल डिग्रीधारी नहीं, बल्कि जॉब-रेडी, स्टार्टअप-रेडी और भविष्य के लिए सक्षम बनाएंगी।
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पुराने हॉकी स्टेडियम में लगेगा आधुनिक एस्ट्रो टर्फ
मुख्यमंत्री ने उज्जैन के पुराने हॉकी स्टेडियम को लेकर भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहां आधुनिक एस्ट्रो टर्फ लगाया जाएगा, जिससे उज्जैन में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी मुकाबलों का आयोजन संभव हो सकेगा। इससे खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और शहर की खेल पहचान भी मजबूत होगी।
सिंहस्थ 2028 को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बन चुका है। सरकार, प्रशासन और समाज मिलकर सिंहस्थ 2028 को अब तक का सबसे भव्य, दिव्य, सुरक्षित और सुव्यवस्थित आयोजन बनाएंगे। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ को बेहतर बनाने के लिए उज्जैन में 2675 करोड़ रुपए की लागत से 33 प्रमुख कार्यों को मंजूरी दी जा चुकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 30 किलोमीटर लंबे घाटों पर इस तरह की व्यवस्था की जा रही है, जिससे 24 घंटे में पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालु शिप्रा के शुद्ध जल में स्नान और आचमन कर सकें।
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शनि लोक, फोरलेन सड़कें और नए पुलों से बदलेगा उज्जैन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उज्जैन में शनि लोक का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए 140 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। यह परियोजना आस्था और पर्यटन के क्षेत्र में उज्जैन को एक नई पहचान देगी। उन्होंने बताया कि उज्जैन को अन्य शहरों से जोड़ने के लिए चारों दिशाओं में फोरलेन सड़कों का निर्माण किया जा रहा है और करीब 12 से 13 नए पुल भी बनाए जा रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा।
मेडिकल टूरिज्म हब और आईटी पार्क की दिशा में कदम
सिंहस्थ के दौरान भीड़ प्रबंधन को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है। इसी कारण पूरे मेला क्षेत्र को फोरलेन और सिक्स लेन सड़कों से जोड़कर निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा रही है। श्रद्धालुओं और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए उज्जैन को मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां आधुनिक मेडिसिटी का निर्माण प्रगति पर है। इसके साथ ही एक नया औद्योगिक पार्क, इंजीनियरिंग कॉलेज के पुराने परिसर में आईटी पार्क और साइंस सिटी भी विकसित की जा रही है।
इंदौर-उज्जैन मेट्रोपॉलिटन एरिया का हिस्सा बनेगा उज्जैन
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन अब इंदौर-उज्जैन मेट्रोपॉलिटन एरिया का हिस्सा होगा, जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 14 हजार वर्ग किलोमीटर होगा। दिल्ली के बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रोपॉलिटन एरिया बनने जा रहा है, जिसमें उज्जैन संभाग के शाजापुर, शुजालपुर, देवास और रतलाम भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत तेजी से बदल रहा है और उज्जैन भी इस परिवर्तन की नई कहानी लिख रहा है।
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