ताइवान में 6.1 तीव्रता का भूकंप, कई देशों में महसूस हुए झटके

ताइवान के दक्षिण-पूर्वी इलाके में बुधवार शाम करीब 5:47 बजे 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद पूरे इलाके में कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया। केंद्रीय मौसम प्रशासन के मुताबिक, भूकंप का केंद्र काओशुंग शहर से करीब 10.1 किलोमीटर उत्तर में जमीन के अंदर 11.9 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था।

ताइवान क्यों है घातक भूकंपों का केंद्र - इंडिया टुडे

भूकंप की तीव्रता इतनी थी कि इसके झटके सिर्फ ताइवान तक सीमित नहीं रहे, बल्कि चीन, फिलीपींस और जापान के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर झटके महसूस होने की जानकारी साझा की। कुछ इलाकों में लोग डर के कारण घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।

भूकंप के तुरंत बाद ताइवान के कुछ प्रमुख शहरों में सुरक्षा अलर्ट जारी किए गए। प्रशासन की ओर से लोगों से शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई। आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट पर रखा गया ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

दुनिया की सबसे बड़ी चिप बनाने वाली कंपनी TSMC ने भी भूकंप को लेकर एक बयान जारी किया है। कंपनी ने कहा कि भूकंप की तीव्रता इतनी नहीं थी कि उनके संयंत्रों को खाली कराया जाए या उत्पादन को रोका जाए। कंपनी के अनुसार, सभी प्लांट सामान्य रूप से काम कर रहे हैं और किसी तरह का बड़ा असर नहीं पड़ा है।

वहीं नेशनल फायर एजेंसी ने भी स्थिति को लेकर जानकारी दी है। एजेंसी के मुताबिक, अब तक किसी तरह की जान-माल की हानि या बड़ी संरचनात्मक क्षति की कोई सूचना सामने नहीं आई है। हालांकि, अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार स्थिति का जायजा लिया जा रहा है।

भूकंप की तीव्रता अलग-अलग इलाकों में अलग रही। काओशुंग और नांतौ में झटके ज्यादा महसूस किए गए, जहां तीव्रता स्तर-3 दर्ज की गई। वहीं ताइपेई और न्यू ताइपे जैसे इलाकों में झटके अपेक्षाकृत हल्के रहे और वहां स्तर-2 की तीव्रता दर्ज की गई। कई इलाकों में कुछ सेकंड तक कंपन महसूस हुई।

ताइवान का भूकंप का इतिहास भी काफी दर्दनाक रहा है। इससे पहले 2024 में 7.2 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया था, जिसमें 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे और कई इमारतों को नुकसान पहुंचा था। उस घटना के बाद से प्रशासन भूकंप को लेकर लगातार सतर्क बना हुआ है।

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