बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों तक, जनजीवन बुरी तरह प्रभावित

नई दिल्ली । हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी का असर अब देश के बड़े हिस्से में साफ तौर पर दिखाई देने लगा है। उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक ठंड और कोहरे ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, वहीं चंडीगढ़ में हालात इतने खराब हो गए कि दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। कई राज्यों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है, जिससे शीतलहर का प्रकोप तेज हो गया है।

उत्तर प्रदेश के 68 जिलों में घना कोहरा, शीतलहर अलर्ट

उत्तर प्रदेश में ठंड का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। प्रदेश के 68 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे सुबह के समय 10 मीटर तक देख पाना भी मुश्किल हो रहा है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए पूरे प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। चेतावनी में कहा गया है कि कई इलाकों में कोहरा इतना घना हो सकता है कि विजिबिलिटी शून्य के करीब पहुंच जाए। इससे सड़क और रेल यातायात पर गंभीर असर पड़ रहा है।

चंडीगढ़ में हालात सबसे खराब, विजिबिलिटी जीरो

चंडीगढ़ में कोहरे ने रिकॉर्ड तोड़ स्थिति पैदा कर दी है। यहां कई इलाकों में दृश्यता पूरी तरह समाप्त हो गई, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह और देर रात के समय सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। प्रशासन ने लोगों से बेहद जरूरी होने पर ही घर से निकलने की अपील की है।

मध्य प्रदेश के 31 शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे

मध्य प्रदेश में भी ठंड ने अपना असर तेज कर दिया है। प्रदेश के 31 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। कई स्थानों पर पारा 5 से 8 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया, जिससे सुबह और रात के समय कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। ठंड बढ़ने के साथ ही लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेते नजर आ रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में माइनस में पहुंचा तापमान

हिमालयी क्षेत्र में ठंड अपने चरम पर है। जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर का न्यूनतम तापमान शुक्रवार रात माइनस 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सोनमर्ग में पारा गिरकर माइनस 5.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बर्फीली हवाओं और जमा देने वाली ठंड के कारण आम जनजीवन बेहद कठिन हो गया है।

कई राज्यों में 10 डिग्री से नीचे तापमान

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और बिहार के कई शहरों में भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शीतलहर का असर लगातार बढ़ रहा है। ठंड और कोहरे के कारण सुबह और रात के समय लोगों की आवाजाही काफी कम हो गई है।

रेल और हवाई यातायात पर असर

घने कोहरे का सीधा असर परिवहन सेवाओं पर पड़ा है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं। हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है और कई एयरलाइंस ने कोहरे के कारण उड़ानें रद्द कर दी हैं या उनका समय बदला गया है। यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

बिहार में स्कूल बंद, अन्य राज्यों में समय बदला

बिहार में ठंड को देखते हुए 30 दिसंबर तक कक्षा आठवीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है और 31 जनवरी तक स्कूल सुबह 10 बजे से संचालित किए जाएंगे, ताकि बच्चों को ठंड से राहत मिल सके।

उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी का अलर्ट

हिमालयी राज्यों में मौसम और बिगड़ने के आसार हैं। उत्तराखंड के छह जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 30 और 31 दिसंबर को उत्तरकाशी और चमोली में बर्फबारी हो सकती है। वहीं हिमाचल प्रदेश में 30 दिसंबर के बाद बर्फबारी की संभावना जताई गई है। न्यू ईयर से पहले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने के चलते प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

ठंड और कोहरे से बढ़ी सतर्कता की जरूरत

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे का असर और बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने, अनावश्यक यात्रा से बचने और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। प्रशासन भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।

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