रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल की नई विंग का उद्घाटन, बच्चों के लिए विशेष कीमोथेरेपी वार्ड की शुरुआत
नई दिल्ली। रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्ष नीता अंबानी ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कैंसर और डायलिसिस उपचार के लिए समर्पित नए केंद्र ‘जीवन’ का उद्घाटन किया। यह केंद्र उन्होंने अपने दिवंगत पिता रविंद्रभाई दलाल की स्मृति को समर्पित किया है। ‘जीवन’ नाम अपने आप में इस पहल के उद्देश्य को दर्शाता है, जिसका मकसद गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को नया जीवन और नई उम्मीद देना है।
इस अवसर पर मुकेश अंबानी भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में नीता अंबानी की बहन पूर्णिमा दलाल और मां ममता दलाल सहित अंबानी परिवार के कई सदस्य और रिलायंस फाउंडेशन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। कार्यक्रम का माहौल भावुक होने के साथ-साथ उम्मीद और सेवा के संकल्प से भरा हुआ नजर आया।
दस साल की यात्रा का नया अध्याय
मुंबई स्थित रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल की स्थापना को दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर इस नई विंग की नींव रखी गई है। नीता अंबानी ने अपने संबोधन में कहा कि दस साल पहले इस अस्पताल की शुरुआत एक स्पष्ट उद्देश्य के साथ की गई थी, ताकि विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं आम लोगों के लिए सुलभ और किफायती बन सकें। बीते एक दशक में यह अस्पताल न केवल मुंबई बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले मरीजों के लिए भरोसे का केंद्र बन चुका है।
नीता अंबानी के अनुसार, पिछले दस वर्षों में इस अस्पताल ने करीब 33 लाख लोगों को उपचार उपलब्ध कराया है, जिनमें लगभग 16 लाख बच्चे शामिल हैं। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि अस्पताल ने केवल इलाज ही नहीं, बल्कि लाखों परिवारों को उम्मीद और संबल भी दिया है।
‘जीवन’ केंद्र में आधुनिक और समर्पित सुविधाएं
‘जीवन’ केंद्र को विशेष रूप से कैंसर और किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियों के इलाज को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है। इस नई विंग में कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और एडवांस ऑन्कोलॉजी जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही डायलिसिस की आधुनिक व्यवस्था भी की गई है, ताकि किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को एक ही स्थान पर समग्र उपचार मिल सके।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, इस केंद्र में चौबीसों घंटे विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ की टीम तैनात रहेगी, जो मरीजों की निरंतर निगरानी करेगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गंभीर रोगों से जूझ रहे मरीजों को किसी भी समय त्वरित और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सहायता मिल सके।
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बच्चों के लिए विशेष वार्ड, इलाज के साथ संवेदनशीलता
‘जीवन’ केंद्र की सबसे खास बात बच्चों के लिए तैयार किया गया अलग कीमोथेरेपी वार्ड है। इस वार्ड को बच्चों के अनुकूल वातावरण में डिजाइन किया गया है, ताकि इलाज के दौरान उनके मन में डर और तनाव कम हो। दीवारों पर जानवरों, प्रकृति और रंग-बिरंगे चित्र बनाए गए हैं, जो बच्चों को सकारात्मक ऊर्जा और सुकून का एहसास कराते हैं।
नीता अंबानी ने कहा कि बच्चों का इलाज केवल दवाओं से नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और भावनात्मक सहयोग से भी होता है। इसी सोच के तहत इस वार्ड को इस तरह तैयार किया गया है कि बच्चे अस्पताल को डर की जगह नहीं, बल्कि देखभाल और अपनापन महसूस करने वाली जगह के रूप में देखें।
सेवा और संवेदना का संदेश
नीता अंबानी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा सेवा, करुणा और समाज के प्रति जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया। ‘जीवन’ केंद्र उसी सोच का विस्तार है, जहां इलाज के साथ-साथ मानवीय संवेदना को भी प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि रिलायंस फाउंडेशन भविष्य में भी स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में इसी तरह काम करता रहेगा।
इस नए केंद्र के शुभारंभ के साथ रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य केवल आधुनिक तकनीक तक सीमित नहीं है, बल्कि हर मरीज को सम्मान, भरोसा और बेहतर जीवन की उम्मीद देना भी है। ‘जीवन’ केंद्र आने वाले समय में कैंसर और किडनी रोग से जूझ रहे हजारों मरीजों के लिए एक नई रोशनी साबित होने की उम्मीद जगाता है।
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