सीसीटीवी फुटेज के बाद डेंगरपोरा और काजीबाग में सर्च ऑपरेशन तेज

श्रीनगर ।  अनंतनाग में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो आतंकियों की मौजूदगी के दावे के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ गई हैं। अनंतनाग के एक बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों में दो संदिग्ध आतंकियों की गतिविधियां कैद होने के बाद डेंगरपोरा और काजीबाग इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। सेना और कश्मीर पुलिस के जवान संयुक्त रूप से इलाके की घेराबंदी कर लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

एक आतंकी स्थानीय, दूसरे के पाकिस्तानी होने का दावा

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे आतंकियों में से एक की पहचान कुलगाम जिले के खेरवन निवासी मोहम्मद लतीफ भट के रूप में की जा रही है। वहीं दूसरे आतंकी को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह लश्कर का पाकिस्तानी कमांडर हंजुल्लाह है। हालांकि, इस दूसरे आतंकी की पहचान को लेकर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसी वजह से सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ जांच और तलाशी अभियान को आगे बढ़ा रही हैं।

25 दिसंबर का बताया जा रहा है वीडियो

जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उस पर 25 दिसंबर की तारीख और शाम 6 बजकर 12 मिनट का समय दर्ज बताया जा रहा है। वीडियो में दोनों आतंकी बाजार क्षेत्र में सामान्य नागरिकों की तरह घूमते नजर आ रहे हैं। इसी फुटेज के आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया है। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि आतंकियों की गतिविधियों, ठिकानों और संभावित मददगारों के बारे में सुराग मिल सके।

नवंबर में लश्कर से जुड़ा था मोहम्मद लतीफ

सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि स्थानीय आतंकी मोहम्मद लतीफ भट ने नवंबर महीने में लश्कर के शैडो संगठन कश्मीर रिवोल्यूशन आर्मी से जुड़ाव किया था। इसके बाद से ही वह सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। बताया जा रहा है कि लतीफ को स्थानीय नेटवर्क और इलाके की जानकारी होने के कारण आतंकियों को पनाह और मूवमेंट में मदद मिल सकती है, इसी आशंका के चलते सर्च ऑपरेशन को और अधिक व्यापक बनाया गया है।

30 घंटे से जारी तलाशी, अब तक कोई सुराग नहीं

सेना और कश्मीर पुलिस पिछले 30 घंटे से लगातार आतंकियों की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी है। आतंकियों ने अब तक किसी भी तरह की हिंसक घटना को अंजाम नहीं दिया है, जिससे उनकी मौजूदगी के नए सुराग नहीं मिल पा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकी किसी सुरक्षित ठिकाने में छिपे हो सकते हैं या इलाके से निकलने की फिराक में हों।

पहले भी उधमपुर से कश्मीर तक चला था बड़ा सर्च ऑपरेशन

हाल ही में उधमपुर इलाके में भी दो आतंकियों के देखे जाने की सूचना के बाद जम्मू से कश्मीर तक करीब 80 गांवों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था। उस दौरान जवानों ने घर-घर जाकर जांच की थी और हर संभावित रास्ते पर निगरानी बढ़ा दी गई थी। मौजूदा अनंतनाग मामले में भी उसी तरह की सख्ती दोहराई जा रही है।

बीएसएफ का दावा: फिर सक्रिय हुए आतंकी लॉन्च पैड

इस बीच सीमा सुरक्षा बल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले महीने दावा किया था कि भारत की ऑपरेशन सिंदूर के बाद नुकसान झेलने के बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू क्षेत्र के सामने एक बार फिर करीब 72 आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय कर दिए हैं। इनमें से 12 लॉन्च पैड सियालकोट और जफरवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बताए गए हैं, जबकि लगभग 60 लॉन्च पैड नियंत्रण रेखा के पास सक्रिय होने की जानकारी सामने आई है। इसी इनपुट के बाद सीमा और अंदरूनी इलाकों में चौकसी और सख्त कर दी गई है।

सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, आम लोगों से सतर्क रहने की अपील

अनंतनाग में सामने आए इस घटनाक्रम के बाद सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की चूक नहीं चाहतीं। लगातार गश्त, नाकाबंदी और तलाशी अभियान के जरिए आतंकियों की घेराबंदी की जा रही है। वहीं आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सुरक्षा बलों को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।