उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन
उत्तर भारत से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में एक बार फिर कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को जकड़ लिया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर का असर साफ दिखाई दे रहा है। हालात ऐसे हैं कि 28 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। कई जिलों में दिन का तापमान भी 22 से 26 डिग्री के बीच बना हुआ है, जिससे दिनभर ठंडक बनी रही।
मंदसौर सबसे ठंडा, भोपाल में भी गिरा पारा
प्रदेश में इस समय मंदसौर सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंदसौर के बाद शाजापुर के गिरवर में पारा 3.1 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 3.2 डिग्री और राजगढ़ में 3.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में तापमान 2.4 डिग्री की गिरावट के साथ 4.6 डिग्री पर पहुंच गया। भोपाल के साथ छतरपुर के नौगांव में भी 4.6 डिग्री, उमरिया में 4.7, पचमढ़ी में 4.8, खजुराहो में 5.0, मलाजखंड में 5.6 और रीवा में 5.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल में दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहीं और अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री के आसपास रहा।
घने कोहरे से जनजीवन और यातायात प्रभावित
शनिवार सुबह प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। भोपाल, सीहोर, रायसेन, मंडला, रीवा, सतना, पचमढ़ी, ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जैसे जिलों में कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई। कई स्थानों पर दृश्यता सिर्फ एक से दो किलोमीटर के बीच रही। ठंड और कोहरे की वजह से सुबह-सुबह सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग अलाव के सहारे ठंड से बचते नजर आए।
ट्रेनों की रफ्तार पर भी पड़ा असर
घने कोहरे का असर रेल यातायात पर भी साफ दिखाई दिया। कई प्रमुख मार्गों पर चलने वाली ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से पहुंचीं। कोहरे के कारण ट्रेनों की गति कम रखनी पड़ी, जिससे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा। सड़क यातायात में भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी, अगले 48 घंटे अहम
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर फिलहाल खत्म हो चुका है, लेकिन इसके बाद उत्तर दिशा से ठंडी और शुष्क हवाएं मध्यप्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। यही कारण है कि शीतलहर का प्रभाव और तेज हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के 19 जिलों में शीतलहर और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। कुछ स्थानों पर अत्यधिक ठंड के कारण ओस की बूंदें जमने लगी हैं, जो ठंड की तीव्रता को दर्शाता है।
शीतलहर बढ़ने के पीछे मौसमीय परिस्थितियां
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शीतलहर के पीछे कई मौसमी कारण एक साथ सक्रिय हैं। पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में मौजूद रहा है, जिससे तापमान में गिरावट आई। इसके साथ ही पूर्वोत्तर भारत के ऊपर उपोष्ण पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं लगभग 222 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही हैं, जो ठंडी हवाओं को दक्षिण की ओर धकेल रही हैं। इसके अलावा एक नया पश्चिमी विक्षोभ 30 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे प्रदेश में ठंड का असर आगे भी बना रहने की संभावना है।
✨ स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!
दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी की पुरानी तस्वीर साझा कर की संघ और भाजपा संगठन की तारीफ
टमाटर क्यों कहलाता है बेस्ट फल? जानिए सेहत का पूरा सच
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/01/THAND.jpg)