गरीब और मजदूर परिवारों को सिर्फ 5 रुपये में मिलेगा पौष्टिक भोजन, राजधानी की झुग्गियों में तेज विकास की तैयारी
नई दिल्ली, 21 नवम्बर (हि.स.)।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को तिमारपुर स्थित संजय बस्ती में ‘अटल कैंटीन’ का शिलान्यास किया। राजधानी के जरूरतमंद परिवारों, मजदूरों, बुजुर्गों और रोजमर्रा की कमाई पर निर्भर लोगों को ध्यान में रखते हुए शुरू होने वाली यह योजना दिल्ली के सामाजिक कल्याण तंत्र में बड़ा बदलाव मानी जा रही है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर से पूरे दिल्ली में 100 अटल कैंटीनें शुरू कर दी जाएंगी। इन कैंटीनों में जरूरतमंदों को मात्र 5 रुपये में ताजा, गरम और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम में सांसद मनोज तिवारी, शहरी विकास मंत्री आशीष सूद और स्थानीय विधायक सूर्य प्रकाश खत्री सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि “दिल्ली में कोई भी नागरिक भूखा न सोए।” उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण के लिए उनकी सरकार पूरी तरह समर्पित है और इस दिशा में कई योजनाएँ परिणाम दे रही हैं।
झुग्गियों के विकास के लिए 700 करोड़ का प्रावधान, पक्के घर और बुनियादी सुविधाओं पर सरकार का फोकस
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पिछले कई दशकों से झुग्गी बस्तियों के विकास को नजरअंदाज किया गया था, जिसके कारण लाखों लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पहली बार झुग्गी क्षेत्रों के सुधार के लिए 700 करोड़ रुपये का अलग बजट तय किया है।
इसके तहत सड़क, नाली, शौचालय, पार्क, सामुदायिक भवन, आरोग्य मंदिर और अन्य सुविधाओं का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का लक्ष्य झुग्गी तोड़ना नहीं, बल्कि झुग्गियों में रहने वाले हर परिवार को सम्मानजनक जीवन देना है।
केंद्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को पक्के घर, गैस सुविधा, स्नानघर, शौचालय और रसोई उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम तेज किया गया है।
अटल कैंटीन—अंत्योदय और आत्मनिर्भर भारत के विज़न को समर्पित
शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने कहा कि अटल कैंटीन का यह शिलान्यास भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय सिद्धांत को समर्पित है, जिसका उद्देश्य है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और विकसित दिल्ली के विज़न को मजबूत करने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्मदिन के अवसर पर शुरू होने वाली 100 अटल कैंटीनों पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह कैंटीनें न केवल भोजन देगी, बल्कि स्थानीय महिलाओं, सेल्फ हेल्प ग्रुप की सदस्याओं और गिग वर्कर्स को रोजगार भी प्रदान करेगी।
कैसी होंगी अटल कैंटीन—आधुनिक सुविधाओं से लैस, पूरी तरह हाइजीनिक मॉडल
दिल्ली सरकार द्वारा प्रस्तावित अटल कैंटीनें आधुनिक और सुरक्षित सुविधाओं से लैस होंगी:
साफ-सुथरा सर्विंग एरिया
शुद्ध पेयजल
स्टेनलेस स्टील की टेबल-कुर्सियां
डिजिटल टोकन सिस्टम
रियल-टाइम सीसीटीवी मॉनिटरिंग
सुरक्षित वेस्ट मैनेजमेंट
पूरी तरह हाइजीनिक किचन सिस्टम
हर कैंटीन में दोपहर और रात के समय ताजा व पौष्टिक भोजन उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा FSSAI द्वारा भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच, कर्मचारियों के स्वास्थ्य प्रमाणपत्र और सभी स्वच्छता मानकों का पालन अनिवार्य रहेगा।
अटल कैंटीन योजना को गरीब, मजदूर, बुजुर्ग, महिलाओं और दैनिक कामगारों के लिए एक बड़ी राहत और दिल्ली के सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क में महत्वपूर्ण जोड़ माना जा रहा है।
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