भोपाल में शिक्षा नीति पर बड़ी बैठक: राज्यपाल और मुख्यमंत्री बोले कौशल आधारित शिक्षा से बढ़ेगी उद्यमिता
भोपाल। आज सुबह केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भोपाल में थे और उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के घर जाकर उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं ने विकास और जनता से जुड़े मुद्दों पर आराम से बातचीत की।
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) पर राज्य स्तरीय कार्यशाला
रविवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक दिन की बड़ी कार्यशाला हुई।
इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की। दोनों बड़े नेताओं की मौजूदगी से कार्यक्रम का महत्व और बढ़ गया।
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राज्यपाल बोले NEP 2020 शिक्षा में बड़ा बदलाव लाएगी
राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 बहुत दूरदर्शी और ऐतिहासिक है।
यह सिर्फ किताबें या कोर्स बदलने की बात नहीं करती, बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम करती है।
उन्होंने कहा: यह नीति बच्चों को वैश्विक स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार करेगी। भारतीय ज्ञान परंपरा को फिर से मजबूत करेगी। शिक्षा को ज्यादा लचीला, कौशल आधारित और बहुआयामी बनाएगी। शिक्षक और कॉलेज इसे सिर्फ कागज पर न रखें बल्कि जमीन पर लागू करें। मुख्यमंत्री बोले एमपी सरकार NEP को पूरी ताकत से लागू कर रही है
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मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा:
सरकार NEP 2020 को पूरी तरह लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। स्कूलों और कॉलेजों में पाठ्यक्रम सुधार, कौशल आधारित शिक्षा, मल्टीलिंगुअल टीचिंग और डिजिटल लर्निंग पर तेजी से काम हो रहा है। यह नीति सिर्फ डिग्री देने के लिए नहीं बल्कि बच्चों को
नौकरी, स्टार्टअप, नवाचार और लाइफ स्किल्स से जोड़ने के लिए बनाई गई है।
शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम तेज किए गए हैं ताकि वे नई व्यवस्था के अनुसार छात्रों को बेहतर पढ़ा सकें।
कार्यशाला में कई विषयों पर चर्चा
कार्यशाला में कुलपति, प्रोफेसर, शिक्षा विशेषज्ञ और अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
सभी ने NEP 2020 के प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की, जैसे
- स्कूल शिक्षा में सुधार
- कॉलेज शिक्षा को लचीला बनाना
- कौशल विकास को बढ़ाना
- रिसर्च पर फोकस
- डिजिटल शिक्षा का विस्तार
- भारतीय ज्ञान परंपरा का महत्व
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विशेषज्ञों ने कहा कि इस नीति को सफल बनाने के लिए जरूरी है:
शिक्षकों का लगातार प्रशिक्षण
संसाधनों में बढ़ोतरी
तकनीक को मजबूत करना
गाँव और शहर की शिक्षा में अंतर कम करना
उन्होंने यह भी कहा कि NEP 2020 सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है
समाज, अभिभावक, शिक्षक और शिक्षा संस्थान मिलकर इसे सफल बना सकते हैं।
कार्यक्रम का महत्व
राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों की मौजूदगी ने यह संदेश दिया कि
मध्यप्रदेश शिक्षा सुधार को लेकर गंभीर और सक्रिय है।
सभी को उम्मीद है कि NEP 2020 आने वाले सालों में एमपी की शिक्षा व्यवस्था को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी और बच्चों को ज्यादा सक्षम, आत्मनिर्भर और नवाचार वाला बनाएगी।
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