थाईलैंड की सेना ने कंबोडिया में तोड़ दी भगवान विष्णु की 9 मीटर ऊंची मूर्ति 

थाईलैंड की सेना ने कंबोडिया की सीमा के 400 मीटर अंदर बने भगवान विष्णु की 9 मीटर ऊंची मूर्ति को तोड़ दिया है। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में थाई सेना के इंजीनियर्स को एक बुलडोजर से भगवान विष्णु की एक बड़ी मूर्ति को गिराते हुए देखा जा सकता है।   
            
थाईलैंड और कंबोडिया बॉर्डर पर कई महीने से तनाव बना हुआ है और इसी बीच थाईलैंड की सेना ने कंबोडिया में घुसकर हिंदू देवता भगवान विष्णु की मूर्ति को बुलडोजर से गिरा दिया है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय लोगों में भारी नाराजगी पैदा हो गई है। 

सेंटिमेंट्स हर्ट हुए...', थाईलैंड–कंबोडिया बॉर्डर पर विष्णु प्रतिमा तोड़े  जाने पर भारत ने जताई आपत्ति - india response hindu deity statue demolition  thai cambodia border ...

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में थाईलैंड की सेना एक एक्सकेवेटर का इस्तेमाल करके नौ-मीटर ऊंची हिंदू देवता की मूर्ति को तोड़ती हुई दिख रही है, जिसे एक चबूतरे पर लगाया गया था। पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में यूजर्स ने इस घटना पर गम और गुस्से का इजहार किया है। हालांकि, थाईलैंड और कंबोडिया के सोशल मीडिया यूजर 22 दिसंबर की इस घटना पर बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं।

क्यों तोड़ी थाईलड़ की सेना ने हिंदू देवता की मूर्ति?

यह तोड़फोड़ धार्मिक दुश्मनी से नहीं, बल्कि क्षेत्रीय दावों के कारण हुई है। यह मूर्ति 2013 में कंबोडियाई सेना ने उस जमीन पर लगाई गई थी जिसे थाईलैंड अपना इलाका मानता है। यह उबोन रत्चथानी प्रांत के चोंग आन मा इलाके में एक कसीनो के पास भी स्थित है। थाई सेना के लिए, मूर्ति को नष्ट करना उस जमीन पर थाई संप्रभुता को जाहिर करने के बारे में था, जब उनकी सेना ने उस इलाके पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया था।                    

कंबोडिया ने किया गुस्से का इजहार

कंबोडिया सरकार के प्रवक्ता किम चानपान्हा ने कहा, "यह मूर्ति एन सेस इलाके में हमारे इलाके के अंदर थी।" गूगल मैप के अनुसार, देख गया कि मूर्ति की जगह बॉर्डर लाइन से करीब 400 मीटर दूर थी। चानपान्हा ने कहा, "हम पुराने मंदिरों और मूर्तियों को तोड़ने की निंदा करते हैं, जिनकी पूजा बौद्ध और हिंदू धर्म के लोग करते हैं।"           

 हिंदू-बौद्ध जनसंख्या 

थाईलैंड और कंबोडिया दोनों अब मुख्य रूप से बौद्ध देश हैं, लेकिन उनकी जड़ें अब भी हिंदू धर्म से जुड़ी हैं। और कुछ लोग तो भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार बताते हैं। बताया जा रहा है कि यह मूर्ति प्रेह विहार मंदिर परिसर में या उसके पास स्थित थी। सन  1962 में, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इस परिसर पर क्षेत्रीय दावों पर कंबोडिया के पक्ष में फैसला सुनाया था। लेकिन थाईलैंड ने इस फैसले को खारिज कर दिया था।             

भारत के लोगों ने जताई नाराज़गी 

भारत में सोशल मीडिया यूजर्स ने कंबोडिया में हिंदू देवता की मूर्ति बुलडोजर से गिराए जाने को लेकर थाईलैंड के विरोध में नाराजगी जताई हैं। यूजर्स का कहना है कि यह धार्मिक अपमान है। एक X यूजर ने लिखा, "सीमा विवाद की आड़ में हिंदू देवता की मूर्ति को नष्ट करना अस्वीकार्य है... आस्था और विरासत पर हमला केवल असहिष्णुता को दिखाता है।" दूसरे ने लिखा, "थाई सेना को हिंदू मंदिर को नष्ट करते हुए देखकर शर्म आती है, भगवान आपको देखें," एक यूज़र ने कहा, जबकि दूसरे ने कहा, "अब तो थाईलैंड भी हमें आँखें दिखा रहा है... भारत सरकार को सनातन धर्म को बचाने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए।"

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