मिलावटी भुना चना: बढ़ रहा है कैंसर का खतरा, असली और नकली में फर्क कैसे करें?

आजकल बाजार में भुना चना बहुत आसानी से मिल जाता है। यह सस्ता भी होता है, जल्दी खाने लायक भी और शरीर के लिए फायदेमंद भी। प्रोटीन, फाइबर, ऊर्जा और पाचन के लिए यह बहुत अच्छा माना जाता है।
लेकिन समस्या तब शुरू होती है जब यही भुना चना मिलावटी रूप में बेचा जाता है। कई जगह सड़क किनारे मिलने वाले भुने चने में रासायनिक रंग, सस्ता तेल, नकली मसाले और नमी हटाने वाले मिलावटी पदार्थ मिलाए जाते हैं।
ऐसा चना शरीर को फायदा नहीं, बल्कि गंभीर नुकसान पहुँचाता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि इन मिलावटी पदार्थों में कुछ ऐसे रसायन भी होते हैं जो कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।

तो सवाल है—सच्चा भुना चना कैसे पहचानें? क्या–क्या मिलावट होती है? और इससे कैसे बचें?
आइए आसान भाषा में सब कुछ समझते हैं।


भुने चने में मिलावट क्यों की जाती है?

मिलावट करने वाले व्यापारियों का मुख्य उद्देश्य होता है—तेज़ कमाई।
इसके लिए वे निम्न काम करते हैं:

सस्ता और खराब चना मिलाना

नीचे दर्जे का chana बाजार से बहुत कम दाम में मिल जाता है। मिलावट करने वाले इसी का उपयोग करते हैं।

चने को चमकदार दिखाने के लिए रासायनिक रंग मिलाना

ताकि देखने में crisp, चमकदार और ताज़ा लगे।

खराब तेल में भूनना

गंदा और कई बार इस्तेमाल किया हुआ तेल प्रयोग किया जाता है, जो शरीर में विषैले तत्व बढ़ाता है।

नमी हटाने के लिए रासायनिक पाउडर मिलाना

जिससे चना कुरकुरा तो लगता है, पर अंदर मिलावट छिपी रहती है।

इन सभी कारणों से चना खाने योग्य तो लगता है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो जाता है।


मिलावटी भुने चने के नुकसान

1️⃣ कैंसर का खतरा बढ़ना

जहाँ सस्ता रासायनिक रंग उपयोग किया जाता है, वहाँ कैंसरकारक तत्व मौजूद हो सकते हैं।

2️⃣ लीवर और किडनी पर असर

खराब तेल और रसायन पाचन अंगों पर भारी प्रभाव डालते हैं।

3️⃣ पेट दर्द, दस्त, जलन

मिलावट के कारण पाचन तंत्र बिगड़ जाता है।

4️⃣ गले में जलन और खांसी

रासायनिक कोटिंग से यह समस्या तुरंत शुरू हो सकती है।

5️⃣ प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना

नकली मसाले शरीर में सूजन और कमजोरी बढ़ाते हैं।


असली और नकली भुना चना कैसे पहचानें? (सबसे आसान तरीके)

✔  रंग ध्यान से देखें

असली चना हल्का भूरा या काला होता है।
बहुत ज़्यादा चमकीला, ताज़ा पीला या बहुत गहरा रंग हो तो समझ लें कि रसायन मिलाया गया है।

✔  हाथ पर रगड़कर देखें

अगर हाथ या उंगलियों पर पीला या लाल रंग चिपक जाए → यह मिलावटी है।

✔  गंध सूँघें

असली भुने चने में प्राकृतिक सुगंध होती है।
अगर तेल की तेज़ गंध, अजीब महक या रसायन जैसी खुशबू आए तो बचें।

✔  तोड़कर जांचें

अंदर का रंग हल्का और समान होना चाहिए।
अगर बाहर चमकीला और अंदर बहुत अलग रंग हो → मिलावट है।

✔  सख्ती महसूस करें

बहुत ज़्यादा सख्त या बहुत हल्का चना दोनों ही खराब गुणवत्ता के संकेत हैं।

✔  मसालेदार चने से बचें

सबसे ज़्यादा मिलावट इन्हीं में होती है क्योंकि मसाला बहुत कुछ छिपा देता है।

✔  स्वाद पर ध्यान दें

अगर हल्की कड़वाहट, जलन या केमिकल जैसा स्वाद लगे → तुरंत फेंक दें।


मिलावटी चने से कैसे बचें? (व्यावहारिक और आसान उपाय)

✔  विश्वसनीय दुकानदार से खरीदें

सड़क किनारे खुली ढेरी से बिल्कुल न खरीदें।

✔  पैकिंग वाला उत्पाद लें

जिन पर निर्माण तिथि, सामग्री और गुणवत्ता का उल्लेख हो।

✔  घर पर खुद भूनें

कच्चा चना खरीदकर घर पर भूनना सबसे सुरक्षित तरीका है।

✔  बहुत कम दाम से बचें

अत्यधिक सस्ता मतलब मिलावट की संभावना ज़्यादा।

✔  मसाला–लगे चने की बजाय सादा भुना चना लें।


असली भुना चना खाने के फायदे

अगर आप शुद्ध भुना चना खाते हैं, तो आपको ये लाभ मिलते हैं:

✔ पेट भरता है
✔ वजन नियंत्रित रहता है
✔ कब्ज कम करता है
✔ ऊर्जा बढ़ाता है
✔ ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है
✔ मांसपेशियों के लिए अच्छा

शर्त सिर्फ एक है—मिलावट से बचें।


अंत में—छोटी–सी सावधानी, बड़ी सुरक्षा

आजकल मिलावट इतनी आम हो चुकी है कि हर खाद्य पदार्थ को जांचकर ही खरीदना चाहिए।
भुना चना जितना फायदेमंद है, मिलावट होने पर उतना ही नुकसानी बन जाता है।
इसलिए अपनी और परिवार की सेहत के लिए हमेशा—
देखें, परखें और तभी खरीदें।