भारत–इजराइल संबंधों को सभी क्षेत्रों में मजबूत करने पर जोर, सीईओ फोरम में आर्थिक सहयोग पर विस्तृत चर्चा
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इजराइल के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे (20–21 नवंबर) के दौरान भारत–इजराइल रणनीतिक साझेदारी को तेज़ गति देने के लिए कई उच्च स्तरीय बैठकों में भाग लिया। इस दौरे का प्रमुख उद्देश्य कृषि, प्रौद्योगिकी, नवाचार, जल प्रबंधन और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को और सुदृढ़ करना रहा। मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में इस यात्रा को द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया गया है।
गोयल ने इजराइल के कृषि एवं फूड सिक्योरिटी मंत्री एवी डिचर से मुलाकात कर कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की। डिचर ने इजराइल के 25 वर्षीय खाद्य सुरक्षा रोडमैप, आधुनिक सीड-एन्हांसमेंट तकनीक, और कृषि में पुनर्चक्रित जल के उपयोग से हासिल विशेषज्ञता को साझा किया। उन्होंने यह भी बताया कि सूक्ष्म सिंचाई, जल प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन और उच्च उत्पादकता खेती के क्षेत्र में इजराइल दुनिया में अग्रणी है।
कृषि और जल प्रबंधन में बड़े अवसर
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत–इजराइल कृषि सहयोग से भारतीय किसानों को नई तकनीक, बेहतर बीज, जल संरक्षण मॉडल और आधुनिक खेती प्रणाली का लाभ मिलेगा। दोनों देशों ने सहमति जताई कि
जल-संकट वाले क्षेत्रों में ड्रिप सिंचाई और जल-प्रबंधन मॉडल को लागू किया जाएगा
आधुनिक बीज तकनीक और रिसर्च मॉडल भारत के कृषि नवाचार को मजबूती देंगे
संयुक्त अनुसंधान और नवाचार परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा
आर्थिक भागीदारी पर जोर
गोयल ने इजराइल की मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत और इजराइल के बीच व्यापारिक और व्यावसायिक रिश्ते मजबूत हो रहे हैं, और आने वाले वर्षों में इनके और विस्तार की बड़ी संभावनाएं हैं।
उन्होंने डायमंड कम्युनिटी के सदस्यों से भी मुलाकात की, जो भारत–इजराइल व्यापार संबंधों की आधारशिला मानी जाती है। हीरे का व्यापार दोनों देशों के आर्थिक जुड़ाव का सबसे सशक्त क्षेत्र है। गोयल ने समुदाय को विश्वास दिलाया कि सरकार व्यापारिक वातावरण को और बेहतर बनाने पर लगातार काम कर रही है।
इंडिया–इजराइल सीईओ फोरम में महत्वपूर्ण चर्चा
अपने दौरे के दौरान वाणिज्य मंत्री ने इजराइल के मंत्री निर्बारकत के साथ इंडिया–इजराइल सीईओ फोरम में हिस्सा लिया। इस फोरम में दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों, तकनीकी विशेषज्ञों और व्यापारिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
यहां हुई चर्चा का मुख्य फोकस था:
दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को गहराई देना
टेक्नोलॉजी और नवाचार में संयुक्त निवेश को बढ़ाना
रक्षा, साइबर सुरक्षा, कृषि तकनीक और जल प्रबंधन में बड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाना
स्टार्टअप और टेक-इनोवेशन इकोसिस्टम को एक साथ जोड़ना
गोयल ने कहा कि भारत–इजराइल के बीच साझेदारी "विश्वास, नवाचार और साझा विकास" पर आधारित है और आने वाले समय में यह संबंध और मजबूत होंगे।
यह दौरा न केवल दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को गति देता है, बल्कि कृषि, व्यापार, हाई-टेक और नवाचार के क्षेत्रों में भविष्य की नई संभावनाओं के द्वार भी खोलता है।
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