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February 5, 2025 3:06 PM

अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब: ताजमहल को भी पीछे छोड़ा

"अयोध्या में राम मंदिर और श्रद्धालुओं की भीड़ का दृश्य, धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र"

सुदेश गौड़, अयोध्या
22 जनवरी 2024

अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। एक समय में आगरा का ताजमहल उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करता था, लेकिन अब अयोध्या का राम मंदिर ताजमहल को पीछे छोड़ चुका है।

2024 में पर्यटकों का रिकॉर्ड आंकड़ा

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2024 के बीच राज्य में 47.61 करोड़ पर्यटक आए। इनमें से सबसे अधिक पर्यटक अयोध्या पहुंचे, जहां रामलला के दर्शन के लिए 13.55 करोड़ घरेलू और 3,153 विदेशी श्रद्धालु आए। इस ऐतिहासिक बदलाव ने अयोध्या को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना दिया है।

अयोध्या का बढ़ता महत्व

राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इस बढ़ी हुई भीड़ ने अयोध्या के होटलों, होमस्टे, और बाजारों को गुलजार कर दिया है। सभी होटल फुल हैं और व्यापारियों की बिक्री चरम पर है। आने वाले 11 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।

वाराणसी और मथुरा भी पीछे नहीं

राम मंदिर के साथ-साथ वाराणसी और मथुरा भी पर्यटन के प्रमुख केंद्र बने हुए हैं। वाराणसी में इन नौ महीनों में 6.2 करोड़ पर्यटक पहुंचे, जिनमें 1.84 लाख विदेशी पर्यटक शामिल थे। वहीं, मथुरा में 6.8 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें 87,229 विदेशी श्रद्धालु शामिल थे। प्रयागराज भी 4.80 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल रहा।

राम मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विकास

राम मंदिर ट्रस्ट श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुविधाएं बढ़ा रहा है। मंदिर में तीन लिफ्ट लगाई जा रही हैं, जिनमें से एक लिफ्ट 24 लोगों की क्षमता वाली होगी। इसके साथ ही, मंदिर में सीढ़ियों का निर्माण भी किया जा रहा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर का पूरा निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य है।

सप्त मंडपम और अन्य मंदिरों का निर्माण कार्य जारी

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में सप्त मंडपम के सात मंदिरों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें से महर्षि वाल्मीकि का मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। तुलसीदास मंदिर के शिखर का पूजन हाल ही में किया गया। अगस्त्य मंदिर की छत डालने का काम शुरू हो गया है।

वीआईपी दर्शन स्लॉट भी कम पड़ने लगे

राम मंदिर में वीआईपी दर्शन के लिए बनाए गए सात स्लॉट श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण अब नाकाफी साबित हो रहे हैं। मंगलवार को सभी स्लॉट दोपहर 1:00 बजे तक फुल हो गए। हर स्लॉट में 400 से अधिक पास जारी किए जाते हैं, लेकिन भीड़ बढ़ने के कारण यह व्यवस्था अपर्याप्त लग रही है।

अयोध्या का भविष्य

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा ने अयोध्या को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना दिया है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या ने न केवल स्थानीय व्यापार को बढ़ावा दिया है, बल्कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन को भी एक नई दिशा दी है। दिसंबर 2025 में मंदिर के पूर्ण निर्माण के बाद यह संख्या और भी बढ़ने की संभावना है।

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