तापमान में तेज गिरावट, कई शहर 10 डिग्री से नीचे, दिल्ली में 3 साल का सबसे ठंडा नवंबर ,मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

नई दिल्ली, 17 नवम्बर। नवंबर का महीना खत्म होने को है, लेकिन उत्तर और मध्य भारत में ठंड ने असामान्य तेजी से दस्तक दे दी है। पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर की ओर से बहती ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों का तापमान अचानक नीचे ला दिया है। कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई अंक नीचे दर्ज किया गया है और लोग दिसंबर–जनवरी जैसी ठिठुरन महसूस कर रहे हैं।

सबसे चौंकाने वाली स्थिति मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रही, जहां रविवार रात पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 9.2 डिग्री कम था। एक ही रात में तापमान में 1.2 डिग्री की कमी दर्ज की गई, जिससे 84 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। इससे पहले 30 नवंबर 1941 को भोपाल में 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। इससे यह संकेत मिलता है कि इस बार सर्दी अपने रिकॉर्ड स्तर के साथ जल्दी आगमन कर चुकी है।

राजस्थान में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे, कई जिलों में शीतलहर जैसे हालात

राजस्थान में भी तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को 16 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम दर्ज हुआ। कई स्थानों पर रात का तापमान सामान्य से 6 डिग्री तक कम रहा, जिससे लोगों को अचानक ठिठुरन का सामना करना पड़ा।
सीकर राज्य का सबसे ठंडा शहर रहा, जहाँ 4.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो नवम्बर के लिए बेहद कम माना जाता है।

राज्य में उत्तर दिशा से चल रही हवाओं ने शीतलहर जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जयपुर मौसम केन्द्र ने सोमवार को 4 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिनमें सीकर, चूरू, झुंझुनूं (शेखावाटी क्षेत्र) तथा आस-पास के हिस्सों में परिस्थितियाँ अधिक गंभीर रहने की आशंका है। इसके अलावा नागौर, जोधपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर क्षेत्र में भी लोगों को सुबह और देर शाम तक हड्डियाँ कंपा देने वाली सर्दी का अनुभव हुआ।

लोगों ने बाजारों, सार्वजनिक स्थानों और चाय–ठेला अड्डों पर गर्म कपड़े, हीटर और आग तापने की व्यवस्थाओं का सहारा लिया। रात के समय बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भीड़ गर्माहट पाने के लिए अलाव के आसपास जुटी दिखाई दी।

दिल्ली में 3 साल का सबसे ठंडा नवंबर, अभी कोल्ड वेव की औपचारिक घोषणा बाकी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के सामान्य औसत से 4.5 डिग्री कम है। यह पिछले तीन वर्षों में नवंबर का सबसे कम तापमान है।
हालांकि अभी कोल्ड वेव (शीतलहर) की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने संकेत दिए हैं कि यदि सोमवार को भी दो या अधिक मौसम केन्द्रों पर लगातार वही मानक दर्ज होते हैं, तो शीतलहर घोषित कर दी जाएगी।

दिल्ली–एनसीआर में सुबह और रात के समय चलने वाली तेज ठंडी हवाएँ असामान्य रूप से दर्दनाक ठंड का एहसास करा रही हैं। प्रदूषण और निम्न तापमान के मेल ने आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव बढ़ा दिया है।

आम जनता पर असर और विशेषज्ञों की राय

मौसम विज्ञानियों का मानना है कि पहाड़ी राज्यों में तेज़ बर्फबारी, उच्च दबाव प्रणाली और उत्तर की हवाएँ इस ठंड की प्रमुख वजह हैं। इस असामान्य सर्दी का असर लगातार कई दिनों तक जारी रहने की संभावना है। ऐसे में बुजुर्गों, छोटे बच्चों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत बताई गई है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है:

सुबह और रात के समय बाहर निकलने से बचें

गर्म कपड़ों का उपयोग बढ़ाएँ

अदरक, सूप, तुलसी, हल्दी जैसे प्राकृतिक गर्माहट वाले पदार्थों का सेवन करें

हीटर का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें

मौसम विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि यदि हवा की दिशा और दबाव प्रणाली इसी प्रकार जारी रही, तो आने वाले दिनों में पारा और नीचे जा सकता है।

उत्तर भारत की सर्दी इस बार समय से पहले और ज्यादा प्रभावशाली रूप में दस्तक दे चुकी है, जिससे आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है।

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