केदारनाथ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर प्रशासन और श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने सख्त नियम लागू कर दिए हैं। इस बार मंदिर परिसर में मोबाइल फोन, कैमरा और रील बनाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह निर्णय मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और भक्तों को भक्ति के माहौल में ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
मंदिर परिसर में वीडियो और फोटोग्राफी पर रोक
मंदिर समिति के आदेश के अनुसार, मंदिर से 30 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन और कैमरा पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी श्रद्धालु मंदिर परिसर में इन उपकरणों का उपयोग नहीं कर सकेगा। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और मंदिर में रील, वीडियो शूटिंग जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
नियम तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई
मंदिर प्रशासन ने साफ किया है कि यदि कोई श्रद्धालु इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मंदिर समिति ने यह भी कहा कि कई बार लोग धार्मिक स्थलों की गरिमा को दरकिनार कर सोशल मीडिया के लिए वीडियो और फोटो बनाने में व्यस्त हो जाते हैं, जिससे अन्य भक्तों की आस्था और पूजा में बाधा आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कड़ा नियम लागू किया गया है।
सुरक्षा के लिए कड़ी निगरानी
मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में पुलिस और आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के जवान तैनात रहेंगे। इनके अलावा, मंदिर समिति के कर्मचारी भी यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी यात्री नियमों का उल्लंघन न करे। पूरे क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा ताकि श्रद्धालु तय नियमों का पालन करें।
भक्तों से सहयोग की अपील
मंदिर समिति और प्रशासन ने सभी यात्रियों से इन नियमों का पालन करने की अपील की है। समिति का कहना है कि यह प्रतिबंध किसी को असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि मंदिर की गरिमा और आध्यात्मिकता बनाए रखने के लिए है।
केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को इन नियमों का पालन करते हुए यात्रा का आनंद लेना चाहिए, ताकि सभी भक्त संपूर्ण भक्ति और श्रद्धा के साथ भगवान शिव के दर्शन कर सकें।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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