म्यांमार में शुक्रवार को शक्तिशाली भूकंप के दो झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता क्रमशः 7.2 और 7.0 थी। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था और यह मंडाले शहर के पास केंद्रित था।
भूकंप के दो बड़े झटके, दहशत में लोग
पहला झटका सुबह 11:50 बजे आया, जिसकी तीव्रता 7.2 मापी गई, जबकि दूसरा झटका दोपहर 12:02 बजे आया और इसकी तीव्रता 7.0 थी। भूकंप के बाद म्यांमार के कई हिस्सों में अफरातफरी मच गई। लोग अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागने लगे।
थाईलैंड तक महसूस हुए झटके, बैंकॉक में फ्लाईओवर गिरा
इस भूकंप का असर सिर्फ म्यांमार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पड़ोसी देश थाईलैंड तक भी इसके झटके महसूस किए गए। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर धराशायी हो गया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बैंकॉक सहित कई अन्य शहरों में भी लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।




मांडले पैलेस क्षतिग्रस्त, सागाइंग में पुल ढहा
म्यांमार के ऐतिहासिक स्थलों को भी इस भूकंप से नुकसान पहुंचा है। मांडले शहर में स्थित ऐतिहासिक मांडले पैलेस के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा, सागाइंग क्षेत्र के सागाइंग टाउनशिप में एक पुल पूरी तरह से नष्ट हो गया। राजधानी नेपीता के अलावा क्यौकसे, प्यिन ऊ ल्विन और श्वेबो शहरों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे विनाश के वीडियो
सोशल मीडिया पर म्यांमार में इस भूकंप की भयावहता को दर्शाने वाले कई वीडियो सामने आ रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ निर्माणाधीन इमारतें गिर गई हैं और सड़कों पर दरारें आ गई हैं। हालांकि, अभी तक इन वीडियोज की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भूकंप के झटकों से लगातार दहशत
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, दोनों झटकों का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी गहराई में आए भूकंप के झटके आमतौर पर सतह पर ज्यादा असर डालते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही की संभावना होती है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि म्यांमार में रुक-रुककर भूकंप के हल्के झटके अभी भी महसूस किए जा रहे हैं, जिससे लोगों में डर बना हुआ है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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