नई दिल्ली।
गुजरात के जामनगर में बुधवार रात भारतीय वायु सेना (IAF) के जगुआर फाइटर जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना को लेकर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। भारतीय वायु सेना ने इस दुर्घटना का शुरुआती कारण तकनीकी खराबी को बताया है।
भारतीय वायु सेना के आधिकारिक बयान के अनुसार, जामनगर एयरफील्ड से उड़ान भर रहा दो-सीटर जगुआर विमान बुधवार रात 10:20 बजे रात्रि मिशन के दौरान हादसे का शिकार हो गया। उड़ान के दौरान पायलटों को तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने विमान को आबादी क्षेत्र से बाहर ले जाने की पूरी कोशिश की। उनकी इस पहल से एयरफील्ड और स्थानीय आबादी को कोई नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, इस दुर्घटना में दुर्भाग्यवश एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया और जामनगर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
वायु सेना का बयान:
वायु सेना ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोकाकुल परिवार के साथ अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं। इसके साथ ही दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं।
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जगुआर विमान की विशेषताएं:
जगुआर एक बहुउद्देशीय फाइटर जेट है, जिसका उपयोग भारतीय वायु सेना कई वर्षों से कर रही है। यह विमान हवा से जमीन पर हमला करने और रणनीतिक मिशनों के लिए जाना जाता है। हाल के वर्षों में इसके आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भी चल रही है, लेकिन इस तरह की दुर्घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं।
वायु सेना की सतर्कता:
IAF दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर विमान और पायलटों की सुरक्षा संबंधी मानकों की समीक्षा करती रहती है। इस मामले में भी विस्तृत जांच के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का खुलासा होगा।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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