जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में शनिवार सुबह दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। खेत में गिरे बिजली के तार की चपेट में आने से सगे भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया। गुस्साए ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क पर जाम लगा दिया और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
खेत में करंट फैलने से हुआ हादसा
घटना जबलपुर जिले के पाटन थाना क्षेत्र के सुरैया गांव की है। शनिवार सुबह खेत में पड़ी करंट प्रवाहित बिजली लाइन से संपर्क में आने के कारण 12 वर्षीय चांदनी और 10 वर्षीय प्रशांत की मौत हो गई। इस हादसे में एक अन्य बच्चा दिलीप गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीनों बच्चे सुबह खेत में रखवाली करने गए थे। खेत में गिरे बिजली के तार में करंट प्रवाहित हो रहा था, जिसके संपर्क में आने से वे गंभीर रूप से झुलस गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत बच्चों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन चांदनी और प्रशांत की मौत हो चुकी थी। दिलीप को प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर के बड़े अस्पताल रेफर किया गया।
ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली के तार पिछले दो दिनों से गिरे पड़े थे, लेकिन विभाग को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस लापरवाही के चलते दो मासूमों की जान चली गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने पाटन-शहपुरा मार्ग पर चक्काजाम कर दिया और प्रशासन व बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि अगर समय रहते बिजली विभाग ने ध्यान दिया होता, तो आज दो मासूम जिंदा होते। उन्होंने दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की समझाइश के बाद खुला जाम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की सिफारिश की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया और यातायात बहाल हो गया।
मृत बच्चों के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
इस दर्दनाक हादसे से मृतक बच्चों के माता-पिता सदमे में हैं। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजन लगातार यही सवाल उठा रहे हैं कि अगर बिजली विभाग समय पर सतर्क होता, तो यह अनहोनी नहीं होती।
प्रशासन अब इस पूरे मामले की जांच कर रहा है, ताकि लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई की जा सके।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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