बोले– सच्ची खुशी बड़ी जीत में नहीं, बल्कि छोटे-छोटे पलों में छिपी होती है
सोनी सब का लोकप्रिय शो इतनी सी खुशी अपनी संवेदनशील कहानी और भावनात्मक किरदारों के कारण दर्शकों के दिलों में खास जगह बना रहा है। शो की कहानी अन्विता के जीवन संघर्ष और उसके सपनों के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे सुंबुल तौकीर खान निभा रही हैं। अन्विता के हर सुख-दुख में चुपचाप साथ निभाने वाला किरदार विराट दर्शकों को खास तौर पर प्रभावित कर रहा है, जिसे अभिनेता रजत वर्मा पर्दे पर जीवंत कर रहे हैं।
विराट एक नेकदिल और सच्चा इंसान है, जो हर हाल में प्यार और भरोसे को सबसे ऊपर रखता है। उसका मानना है कि प्रेम में हर समस्या का समाधान छिपा है, हालांकि यही सोच कई बार उसे भावनात्मक उलझनों और कठिन परिस्थितियों में भी डाल देती है। निस्वार्थ प्रेम उसकी सबसे बड़ी ताकत है, जबकि झूठ बोलने और लापरवाही से फैसले लेने की आदत उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन जाती है। यही अच्छाइयों और खामियों का मेल विराट को एक वास्तविक और भरोसेमंद किरदार बनाता है।
विराट में खुद को देखते हैं रजत वर्मा
अपने किरदार को लेकर रजत वर्मा कहते हैं कि वे विराट में खुद का काफी हद तक प्रतिबिंब देखते हैं। उनके अनुसार विराट के पास देने के लिए बहुत सारा प्यार है और वह मानता है कि प्यार से सब कुछ ठीक किया जा सकता है। यही सोच कई बार उसे मुश्किल में डाल देती है। रजत मानते हैं कि विराट का लगभग 80 प्रतिशत व्यक्तित्व उनसे मेल खाता है, खासकर उसकी मासूमियत और भावनात्मक गहराई।
सबसे चुनौतीपूर्ण भावनात्मक दृश्य
रजत वर्मा के लिए शो का सबसे चुनौतीपूर्ण भावनात्मक हिस्सा वह रहा, जब विराट और अन्विता को हालात के चलते अलग होना पड़ता है और विराट को सगाई से भागना पड़ता है। रजत बताते हैं कि उस पूरे हफ्ते की शूटिंग बेहद भावनात्मक थी। उन्होंने खुद को उसी मानसिक स्थिति में बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली और कम लोगों से बातचीत की, ताकि किरदार की पीड़ा को सही तरीके से पर्दे पर उतार सकें।
अन्विता और विराट का रिश्ता
विराट और अन्विता का रिश्ता प्यार, त्याग और तड़प पर टिका हुआ है। हालात चाहे जैसे भी हों, दोनों का जुड़ाव बना रहता है। विराट का हर फैसला और हर कदम अन्विता के प्रति उसके गहरे प्रेम से प्रेरित होता है। यही वजह है कि दर्शक इस रिश्ते से खुद को जोड़ पाते हैं।
निस्वार्थ प्रेम ने बनाया विराट को खास
रजत वर्मा का कहना है कि विराट उनके अब तक निभाए गए किरदारों से बिल्कुल अलग है, क्योंकि वह बिना किसी स्वार्थ के प्यार करता है। उसे न तो अहंकार है और न ही दिखावा। एक बार वह किसी पर भरोसा कर ले, तो फिर हर हाल में उसका साथ निभाता है। यही निस्वार्थता विराट को खास बनाती है।
शो से मिला जिंदगी का बड़ा सबक
‘इतनी सी खुशी’ से मिले अनुभव को साझा करते हुए रजत वर्मा कहते हैं कि इस शो ने उन्हें सिखाया है कि सच्ची खुशी हमेशा बड़ी जीत या उपलब्धियों में नहीं होती। असली खुशी छोटे-छोटे पलों में छिपी होती है, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। पल में जीना और छोटी खुशियों को महसूस करना ही जीवन का असली आनंद है। साथ ही, यह शो यह भी सिखाता है कि प्यार में सच में हर चीज को ठीक करने की ताकत होती है। विराट का किरदार आज शो के सबसे पसंदीदा किरदारों में से एक बन चुका है। उसकी मासूम गलतियां, भावनात्मक फैसले और सच्चा प्यार दर्शकों को लगातार उससे जोड़े हुए हैं, और यही ‘इतनी सी खुशी’ की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है।
आतंकवाद के आगे बेबस यूरोप, भारत से ले सबक - बलबीर पुंज
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/media_files/2025/12/24/rajat-verma-2025-12-24-15-08-13.jpg)