बलूचिस्तान में लंबे समय से अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने रविवार को पाकिस्तानी सेना पर अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक को अंजाम दिया। इस हमले में 90 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है। यह आत्मघाती हमला (फिदायीन अटैक) क्वेटा से ताफ्तान जा रहे पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुआ।
हमले की पूरी जानकारी
यह हमला रविवार को बलूचिस्तान के नोशकी हाईवे पर हुआ, जहां पाकिस्तान सेना के आठ मिलिट्री वाहन गुजर रहे थे। BLA के मुताबिक, उनकी मजीद ब्रिगेड और फतेह ब्रिगेड के लड़ाकों ने इस हमले को अंजाम दिया। पहले एक फिदायीन हमलावर विस्फोटकों से लदी गाड़ी को सेना के काफिले में ले गया और आत्मघाती विस्फोट कर दिया। इसके तुरंत बाद BLA की फतेह स्क्वॉड के लड़ाकों ने सेना के वाहनों पर गोलियों और ग्रेनेड से हमला कर दिया।
BLA का दावा और पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया
BLA ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह हमला पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों के जवाब में किया गया है। संगठन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि यह हमला बलूच लोगों पर हो रहे जुल्मों का प्रतिशोध था और भविष्य में ऐसे और हमले किए जाएंगे।
वहीं, पाकिस्तानी सेना की ओर से अभी तक आधिकारिक रूप से मारे गए सैनिकों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में 90 सैनिकों की मौत हुई है और कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
इलाके में हाई अलर्ट, अस्पतालों में इमरजेंसी
इस हमले के बाद नोशकी और आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। घायलों को नोशकी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों को तुरंत इमरजेंसी ड्यूटी पर बुलाया गया। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा और पाकिस्तान के लिए चुनौती
बलूचिस्तान लंबे समय से पाकिस्तान के लिए एक बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। यहां के अलगाववादी संगठन पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं और अक्सर सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं। BLA, बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA) और अन्य संगठन पिछले कुछ वर्षों से लगातार पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष कर रहे हैं।
BLA ने हाल के वर्षों में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है, जिनमें ग्वादर, कराची और क्वेटा में सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले शामिल हैं। यह हमला पाकिस्तान के लिए एक और गंभीर चुनौती बनकर उभरा है और इससे बलूचिस्तान में अस्थिरता और बढ़ सकती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और संभावित परिणाम
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हमले को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह हमला निश्चित रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है। पाकिस्तान सरकार पर अब बलूचिस्तान में सुरक्षा को लेकर दबाव और बढ़ सकता है। वहीं, यह भी आशंका है कि पाकिस्तान इस हमले के बाद बलूचिस्तान में और सख्त सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जिससे वहां के हालात और बिगड़ सकते हैं।
बलूचिस्तान में हुई यह घटना पाकिस्तान के लिए एक और बड़ा झटका है। BLA के इस हमले से यह साफ हो गया है कि बलूच विद्रोहियों का संघर्ष अभी खत्म होने वाला नहीं है। पाकिस्तानी सेना पर हुए इस बड़े हमले के बाद आने वाले दिनों में इलाके में तनाव और बढ़ सकता है।
और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!