भोपाल में टूटा 50 साल पुराना रिकॉर्ड, कड़ाके की ठंड से 10 राज्यों में शीतलहर
दिसंबर का तीसरा हफ्ता आते-आते देश के कई हिस्सों में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और जम्मू-कश्मीर सहित 10 राज्यों में मंगलवार को कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया। वहीं, 13 राज्यों में घना कोहरा भी छाया हुआ है, जिससे तापमान और भी गिर गया है।
भोपाल में 50 साल बाद टूटा रिकॉर्ड
भोपाल में इस बार दिसंबर के महीने में सबसे ठंडा मौसम दर्ज किया गया। 53 साल बाद, भोपाल में सोमवार रात का तापमान 3.3°C तक पहुंच गया। इससे पहले 1971 में भोपाल में तापमान 3.6°C दर्ज किया गया था। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के 12 जिले शीतलहर की चपेट में हैं।
राजस्थान और दिल्ली में भी सर्दी का असर
राजस्थान के फतेहपुर में सोमवार को न्यूनतम तापमान -1°C तक गिर गया। वहीं, दिल्ली में दिसंबर में चौथी बार तापमान 5°C से नीचे चला गया। नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण और सर्दी के कारण 5वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में शीतलहर जारी
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के बाद शीतलहर का असर बना हुआ है। श्रीनगर में मंगलवार सुबह पारा माइनस 4°C दर्ज हुआ। यहां कई स्थानों पर फव्वारे का पानी भी जमने लगा। इसके अलावा, पेड़-पौधों पर भी ओस जम गई।
कड़ाके की ठंड का कारण
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय कड़ाके की ठंड की वजह जेट स्ट्रीम है। यह तेज़ हवा 12.6 किमी की ऊंचाई पर चलती है, जिसकी रफ्तार वर्तमान में 240 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई है। यह हवा खासतौर पर उत्तर भारत में सक्रिय है, और पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवा के साथ मिलकर ठंड में इजाफा कर रही है।
उत्तर भारत में जब ठंडी हवा मैदानी इलाकों से आती है और पहाड़ों से बर्फीली हवाएं पहुंचती हैं, तो सर्दी और बढ़ जाती है। इसके अलावा, इस बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस और जेट स्ट्रीम की उपस्थिति ने ठंड को और भी तेज़ कर दिया है।
पिछले रिकॉर्ड से ज्यादा सर्दी
अगर हम पिछले 10 सालों के मौसम रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो इस बार दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही तेज सर्दी का असर देखा जा रहा है, जबकि आमतौर पर दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ता है। भोपाल और इंदौर में भी इस बार दिसंबर की सबसे ठंडी रातें रिकॉर्ड की गई हैं।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी कड़ाके की ठंड का असर बना रहेगा, जिससे लोग इस सर्दी को झेलने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।