Trending News

March 18, 2025 11:24 PM

रायसीना डायलॉग 2025: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कश्मीर पर पश्चिमी देशों के दोहरे रवैये को उजागर किया

"raisinia-dialogue-2025-s-jaishankar-on-kashmir-western-double-standards"

नई दिल्ली: रायसीना डायलॉग 2025 के दूसरे दिन भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने वैश्विक राजनीति में निष्पक्षता और संप्रभुता की अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने खासतौर पर पश्चिमी देशों के दोहरे मानकों पर सवाल उठाए और कश्मीर मुद्दे को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे लंबा अवैध कब्जा करार दिया।

कश्मीर पर पश्चिमी देशों की भूमिका पर उठाए सवाल

“थ्रोन्स एंड थॉर्न्स: डिफेंडिंग द इंटेग्रिटी ऑफ नेशंस” सत्र के दौरान डॉ. जयशंकर ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को वैश्विक नियमों की नींव बताया। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर पश्चिमी ताकतों ने हकीकत को तोड़-मरोड़कर पेश किया और इसे “विवाद” का रूप दे दिया।

उन्होंने कड़े शब्दों में कहा:
“हम संयुक्त राष्ट्र गए। एक आक्रमण को विवाद बना दिया गया। हमलावर और पीड़ित को एक ही श्रेणी में रख दिया गया। इसके लिए जिम्मेदार पक्ष कौन थे? ब्रिटेन, कनाडा, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका? इसलिए मुझे इस पूरे विषय पर कुछ सवाल हैं।”

जयशंकर का यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने भारत की कूटनीतिक स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास था, जिसमें उन्होंने दिखाया कि कैसे पश्चिमी देशों ने भारत के दृष्टिकोण को नजरअंदाज कर पाकिस्तान के पक्ष में रुख अपनाया।

पश्चिमी देशों के राजनीतिक हस्तक्षेप पर सवाल

विदेश मंत्री ने न केवल कश्मीर बल्कि वैश्विक मामलों में पश्चिमी देशों के राजनीतिक हस्तक्षेप पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब यह राष्ट्र खुद अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करते हैं, तो वे दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप क्यों करते हैं? उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी पाखंडपूर्ण नीतियों से वैश्विक राजनीति में निष्पक्षता का अभाव दिखाई देता है।

रायसीना डायलॉग में अन्य वैश्विक नेता भी रहे मौजूद

इस पैनल चर्चा में डॉ. जयशंकर के अलावा कई अन्य अंतरराष्ट्रीय नेता भी मौजूद थे, जिनमें शामिल थे:

  • डोमिनिक हसलर – लिचेंस्टीन की विदेश मंत्री
  • जुराज ब्लानर – स्लोवाक रिपब्लिक के विदेश मंत्री
  • कार्ल बिल्ड्ट – स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री

इन नेताओं ने भी वैश्विक संप्रभुता, क्षेत्रीय संघर्षों और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में निष्पक्षता के मुद्दों पर अपनी राय साझा की।

रायसीना डायलॉग: भारत की रणनीतिक कूटनीति का मंच

रायसीना डायलॉग भारत का प्रमुख भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक सम्मेलन है, जहां दुनिया भर के नेता, नीति निर्माता, विशेषज्ञ और कूटनीतिक विश्लेषक वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। भारत इस मंच का उपयोग अपनी विदेश नीति और वैश्विक स्थिति को मजबूती से पेश करने के लिए करता है।

डॉ. एस. जयशंकर के इस बयान से यह साफ संकेत मिलता है कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पश्चिमी देशों की पाखंडपूर्ण नीतियों को चुनौती देने के लिए तैयार है। यह बयान अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत के बढ़ते प्रभाव और आत्मविश्वास को भी दर्शाता है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram