हैदराबाद: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक नई तकनीक के जरिए इतिहास रचने के लिए तैयार है। इसरो अब एक अमेरिकी कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करने जा रहा है, जो अंतरिक्ष में मौजूद डायरेक्ट कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करके फोन कॉल्स को संभव बनाएगा। यह सैटेलाइट मौजूदा टेलीफोन सर्विस टेक्नोलॉजी की तुलना में काफी मॉर्डन और इनोवेटिव है। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे टॉवर्स की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों, जंगलों या दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोग भी साधारण मोबाइल फोन से आसानी से कॉल कर सकेंगे।
भारत से अमेरिकी सैटेलाइट का लॉन्च
यह पहला मौका है जब एक अमेरिकी कंपनी अपना विशाल कम्यूनिकेशन सैटेलाइट भारत से लॉन्च करने जा रही है। इस सैटेलाइट को भारत के द्वारा तैयार किए गए रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फरवरी या मार्च 2024 में इसरो अमेरिका के इस कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करेगा, जो मोबाइल फोन के जरिए अंतरिक्ष से वॉयस कॉल्स की सुविधा प्रदान करेगा। यह मिशन अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो भारत और अमेरिका के अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करेगा।
नई तकनीक का महत्व
इस सैटेलाइट को लॉन्च करने के बाद, मोबाइल फोन के जरिए अंतरिक्ष से कॉल्स करना संभव होगा, बिना किसी टॉवर के। यह तकनीक विशेष रूप से ऐसे क्षेत्रों के लिए फायदेमंद होगी जहां मोबाइल टॉवर्स नहीं हैं या जो नेटवर्क कवरेज से बाहर हैं। पहाड़ी इलाकों, रेगिस्तानी क्षेत्रों, समुद्री क्षेत्रों, और दूरदराज गांवों में रहने वाले लोग अब अपने सामान्य फोन से भी संपर्क कर सकेंगे। इस तकनीक से न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मोबाइल कनेक्टिविटी को नई दिशा मिलेगी।
इसरो और अमेरिकी कंपनी के बीच सहयोग
यह लॉन्च भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते अंतरिक्ष सहयोग को दर्शाता है। इसरो, जो पहले भी कई अंतरिक्ष मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुका है, अब इस अमेरिकी सैटेलाइट को अपने रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजने के लिए तैयार है। अमेरिकी सैटेलाइट निर्माताओं ने इसरो की तकनीकी क्षमता और रॉकेट प्रक्षेपण की विश्वसनीयता पर भरोसा जताया है।
यह एक क्रांतिकारी कदम होगा
यह मिशन मोबाइल कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम होगा, क्योंकि इससे दूर-दराज के इलाकों में रह रहे लोगों के लिए कनेक्टिविटी की दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी। यह प्रौद्योगिकी आपातकालीन सेवाओं, नेटवर्क विस्तार, और टेलीमेडिसिन जैसी सेवाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इसरो का यह मिशन अंतरिक्ष से मोबाइल फोन के जरिए वॉयस कॉल्स की सुविधा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे मोबाइल कम्यूनिकेशन में नई क्रांति आएगी और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक और बड़ी उपलब्धि मिलेगी। इस मिशन को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि यह भारत और दुनिया भर में मोबाइल कनेक्टिविटी को और भी सुलभ और सशक्त बना देगा।