योगी सरकार के 8 वर्ष: सुरक्षा, सुशासन, समृद्धि और सनातन संस्कृति के क्षेत्र में प्रदेश की बनी पहचान
चंद्र किशोर शर्मा/लखनऊ
योगी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोकभवन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में अपनी सरकार के विकास कार्यों का विस्तृत खाका प्रस्तुत किया। इस दौरान 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश में सरकार के कामकाज पर ‘एक झलक’ रिपोर्ट कार्ड डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई और पुस्तिका का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और 25 करोड़ प्रदेशवासियों के सामूहिक प्रयास से उत्तर प्रदेश ‘श्रम शक्ति पुंज से अर्थ शक्ति पुंज’ बनने की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश वही है, लेकिन बीते 8 वर्षों में इसकी छवि पूरी तरह बदल चुकी है। सुरक्षा, सुशासन, समृद्धि और सनातन संस्कृति के क्षेत्र में जो पहचान बनी है, उसका एहसास उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा भारत कर रहा है। आठ साल पहले बीमारू राज्य की श्रेणी में आने वाला उत्तर प्रदेश अब देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बन चुका है। उन्होंने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए आगामी 25, 26 और 27 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों पर ‘विकास उत्सव’ आयोजित करने की घोषणा की।

उत्तर प्रदेश में कानून का राज
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में हर तीसरे दिन दंगे होते थे। व्यापारी और बेटियां असुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन अब प्रदेश में कानून का राज स्थापित हो चुका है। 2017 में 1.5 लाख पुलिस पद खाली थे, जिसे पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत 1,56,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती से भरा गया। हाल ही में 60,200 नई भर्तियां भी की गईं।
नारी सुरक्षा और सम्मान
मुख्यमंत्री योगी ने महिलाओं की सुरक्षा और स्वावलंबन पर बल देते हुए बताया कि 1947 से 2017 तक पुलिस बल में केवल 10,000 महिला पुलिसकर्मी थीं, जो अब 35% तक बढ़ चुकी हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 22.11 लाख बेटियों को जन्म से स्नातक तक 25,000 रुपए की सहायता दी गई। मातृ वंदना योजना से 60 लाख माताओं को लाभ मिला।
कृषि क्षेत्र में क्रांति, अन्नदाता की आय दोगुनी
उत्तर प्रदेश हमेशा से कृषि प्रधान राज्य रहा है, लेकिन 2017 से पहले किसान आत्महत्या करने पर मजबूर थे। सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में ही 36,000 करोड़ रुपये की लागत से लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया। 2023-24 में खाद्यान्न उत्पादन 668 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया, जो 20% की वृद्धि को दर्शाता है।
बेरोजगारी दर 19% से 3% पर
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2016-17 में प्रदेश की बेरोजगारी दर 19% थी, जो अब घटकर 3% रह गई है। बीते आठ वर्षों में 8 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली। एमएसएमई सेक्टर में 2 करोड़ से अधिक युवा स्वरोजगार से जुड़े। 50 लाख युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन दिए गए।
6 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के ऊपर
पिछले 8 वर्षों में 6 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया। 15 करोड़ लोगों को 5 वर्षों से मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। 1.86 करोड़ उज्ज्वला कनेक्शन और होली-दीपावली पर मुफ्त सिलेंडर दिए गए। 9 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड मिले। 56 लाख गरीबों को आवास प्रदान किए गए। पेंशन योजना का लाभ 1.06 करोड़ लोगों को मिला, जो पहले 55 लाख तक सीमित था।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे का पर्याय बना
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले कहा जाता था कि जहां गड्ढे शुरू हो जाएं, वहां उत्तर प्रदेश आ गया। लेकिन अब यूपी एक्सप्रेसवे का पर्याय बन गया है। 6 एक्सप्रेसवे पहले से संचालित हैं और 11 नए पर काम जारी है। गंगा एक्सप्रेसवे बनने के बाद देश के 55% एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में होंगे। सबसे बड़ा रेल नेटवर्क भी यूपी के पास है। देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली-मेरठ और पहला वॉटरवे हल्दिया-वाराणसी के बीच शुरू हुआ है।
पर्यटन और आस्था के क्षेत्र में बड़ा बदलाव
उत्तर प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में भी एक लंबी छलांग लगाई है। 2017 से पहले 21 करोड़ पर्यटक आते थे, जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 67 करोड़ हो गई। प्रयागराज महाकुंभ में भी 67 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आस्था अब प्रदेश की अर्थव्यवस्था का सशक्त माध्यम बन गई है। कनेक्टिविटी, सुरक्षा और सुविधाओं के विकास ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश को विकास के नए शिखर पर पहुंचा दिया है और आगे भी यह यात्रा अनवरत जारी रहेगी।