- प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके के साथ कई अहम मुद्दों को लेकर चर्चा की
- मजबूती को नया बल देने के लिए सात महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए
कोलंबो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे पर शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे। शनिवार को उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस अहम बैठक में भारत और श्रीलंका के बीच सात प्रमुख समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें ऊर्जा, रक्षा और सहयोग के नए आयाम शामिल हैं।
त्रिंकोमाली में ऊर्जा केंद्र की स्थापना पर बड़ा समझौता
बैठक के बाद दोनों नेताओं ने त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए एक महत्त्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना के तहत भारत और श्रीलंका मिलकर ऊर्जा उत्पादन, ट्रांसमिशन और साझेदारी के क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे। त्रिंकोमाली क्षेत्र भविष्य में द्वीपीय ऊर्जा आपूर्ति के एक बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा।
सामपुर सौर परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह परियोजना भारत-श्रीलंका ऊर्जा सहयोग की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है। इससे श्रीलंका की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा और भारत की हरित ऊर्जा नीति को भी सहयोग मिलेगा।
रक्षा, तकनीकी और बहु-क्षेत्रीय सहयोग को मिली मजबूती
इसके अलावा, दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग को सशक्त करने पर सहमति जताई। इससे समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी अभियानों और आपातकालीन प्रतिक्रिया में दोनों देशों की क्षमताएं बढ़ेंगी। भारत और श्रीलंका ने बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता पर भी समझौता किया, जिससे श्रीलंका को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और तकनीकी विकास जैसे क्षेत्रों में वित्तीय सहायता मिल सकेगी।
मोदी बोले: परंपरागत रिश्ते नए युग में प्रवेश कर रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा, “भारत और श्रीलंका के बीच सदियों पुराने रिश्ते आज नए आयाम ले रहे हैं। इन समझौतों से हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे। विकास, संस्कृति और सुरक्षा — तीनों मोर्चों पर यह साझेदारी भविष्य की नींव बनेगी।” राष्ट्रपति दिसानायके ने भी इन समझौतों को द्विपक्षीय रिश्तों के लिए ऐतिहासिक बताया।