भारत की प्रमुख आईटी कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), ने साल 2025 में अपने व्यापक भर्ती अभियान के तहत 40,000 फ्रेशर्स की नियुक्ति करने की योजना बनाई है। यह घोषणा कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (CHRO) मिलिंद लक्कड़ ने की है।
टीसीएस की नियुक्ति प्रक्रिया और योजना
मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि टीसीएस सालाना आधार पर अपनी भर्ती योजनाएं बनाती है। उन्होंने बताया,
“हमारे कर्मचारियों की शुद्ध संख्या कई कारकों पर निर्भर करती है। इनमें संबंधित अवधि में कुल भर्ती किए गए कर्मचारियों की संख्या, उत्पादकता में सुधार, उपयोगिता और व्यापक कारोबारी माहौल शामिल हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब फ्रेशर्स को कैंपस से भर्ती किया जाता है, तो वे पूरे साल के दौरान कंपनी से जुड़ते हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि फ्रेशर्स को उनकी भूमिका के अनुसार प्रशिक्षण और आवश्यक मार्गदर्शन मिल सके।
कैंपस प्लेसमेंट पर फोकस
टीसीएस ने विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ अपने संबंध मजबूत किए हैं। कंपनी का मानना है कि नए टैलेंट को अवसर प्रदान करना और उन्हें अपने करियर की सही दिशा में ले जाना, उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
आईटी सेक्टर में रोजगार का बड़ा अवसर
आईटी क्षेत्र में तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, टीसीएस की यह पहल युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगी। वर्तमान में, टीसीएस न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी आईटी समाधान और सेवाएं प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक है।
मौजूदा कारोबारी माहौल पर टीसीएस का दृष्टिकोण
मिलिंद लक्कड़ ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य अपनी उत्पादकता और उपयोगिता में सुधार करना है। उन्होंने यह भी कहा कि टीसीएस मौजूदा कारोबारी माहौल को ध्यान में रखते हुए अपनी नियुक्ति योजनाओं को लागू करती है।
फ्रेशर्स के लिए तैयारी के सुझाव
टीसीएस में नौकरी पाने के लिए छात्रों को अपनी तकनीकी और प्रोग्रामिंग स्किल्स पर ध्यान देना चाहिए। कंपनी के भर्ती परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए छात्रों को कोडिंग, डेटा स्ट्रक्चर, एल्गोरिद्म और प्रॉब्लम सॉल्विंग पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
टीसीएस के इस कदम से न केवल आईटी सेक्टर को मजबूती मिलेगी, बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे भी खुलेंगे। फ्रेशर्स को इस मौके का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए।