July 13, 2025 12:10 PM

चीन के सैन्य अभ्यास पर ताइवान का कड़ा विरोध, क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा बताया

  • चीन और ताइवान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ता हुआ नजर आ रहा
  • चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने ताइवान के पास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास शुरू किया

ताइपे। चीन और ताइवान के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ता दिख रहा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने मंगलवार को ताइवान के आसपास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया, जिसमें नौसेना, वायु सेना और रॉकेट बलों ने भाग लिया। PLA के ईस्टर्न थिएटर कमान के प्रवक्ता शी यी ने कहा कि यह अभ्यास ताइवान की स्वतंत्रता की कोशिशों को गंभीर चेतावनी देने के लिए किया गया है।

ताइवान ने जताया कड़ा विरोध

ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर चीन के सैन्य अभ्यास की निंदा की। बयान में कहा गया, “चीन की यह सैन्य उकसावेबाजी न केवल ताइवान जलडमरूमध्य में शांति के लिए खतरा है, बल्कि पूरे क्षेत्र की सुरक्षा को कमजोर कर रही है। हम चीन के इस आक्रामक व्यवहार की कड़ी निंदा करते हैं।”

ताइवान सेना हाई अलर्ट पर

ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने कहा कि चीन की यह कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर सकती है। उन्होंने बताया कि ताइवान ने इस तरह के सैन्य अभ्यासों की निगरानी के लिए एक विशेष केंद्रीय समूह स्थापित किया है और PLA की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

PLA का सैन्य अभ्यास क्यों?

चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, PLA के ईस्टर्न थिएटर कमान ने ताइवान द्वीप के उत्तर, दक्षिण और पूर्व के जलक्षेत्रों में सैन्य अभ्यास किया। इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त अभियान क्षमताओं का परीक्षण, सैन्य परिचालन नियंत्रण को मजबूत करना और सटीक हमले की तैयारियों को परखना था।

चीन-ताइवान विवाद की पृष्ठभूमि

चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है और बार-बार कहता आया है कि वह इसे बलपूर्वक भी एकीकृत कर सकता है। पिछले कुछ वर्षों में, चीन ने ताइवान के आसपास अपनी सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी की है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के फिर से सत्ता में आने के बाद यह पहला बड़ा सैन्य अभ्यास है, जिससे अमेरिका और चीन के बीच तनाव और भी बढ़ सकता है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram