ब्रेकिंग: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स समेत चार एस्ट्रोनॉट 286 दिन बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौटे
19 मार्च 2025 – भारतीय मूल की प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट बुच विल्मोर, निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार 19 मार्च की सुबह 3:27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा तट के पास समुद्र में उतरा। यह वापसी एक ऐतिहासिक क्षण बन गई, क्योंकि इस मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना किया गया।
स्पेस स्टेशन से पृथ्वी तक का सफर: 17 घंटे की चुनौतीपूर्ण वापसी
ये चारों एस्ट्रोनॉट मंगलवार, 18 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से रवाना हुए। स्पेसक्राफ्ट की पृथ्वी वापसी की प्रक्रिया बेहद जटिल और रोमांचक रही:
- सुबह 08:35 बजे – स्पेसक्राफ्ट का हैच (दरवाजा) बंद किया गया।
- सुबह 10:35 बजे – ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ISS से सफलतापूर्वक अलग हुआ।
- रात 2:41 बजे – डी-ऑर्बिट बर्न शुरू हुआ, यानी स्पेसक्राफ्ट के इंजन को उल्टी दिशा में फायर किया गया, जिससे उसका पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश सुनिश्चित हुआ।
- सुबह 3:27 बजे – फ्लोरिडा के समुद्र में सफल लैंडिंग।


पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश के दौरान स्पेसक्राफ्ट का तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक हो गया था। इस दौरान करीब 7 मिनट तक संचार संपर्क (कम्युनिकेशन ब्लैकआउट) भी रहा, जिसके दौरान नासा और स्पेसएक्स की टीमें पूरी सतर्कता के साथ मिशन पर नजर बनाए रहीं।
नासा और स्पेसएक्स की सफलता, एलन मस्क ने दी बधाई
इस ऐतिहासिक वापसी पर नासा ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “हम यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं कि सभी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनकी सेहत अच्छी है और उन्हें चिकित्सा निगरानी में रखा जाएगा।” नासा ने अमेरिकी कोस्ट गार्ड की टीम की भी सराहना की, जिन्होंने समुद्र में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया।
स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने भी इस मिशन की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “स्पेसएक्स और नासा की टीमों ने एक और सफल मिशन पूरा किया है। सभी एस्ट्रोनॉट्स की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है।” उन्होंने इस मिशन को प्राथमिकता देने के लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी धन्यवाद दिया।
सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक यात्रा
सुनीता विलियम्स का यह मिशन उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। उन्होंने अपने अंतरिक्ष अभियान में विज्ञान, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई योगदान दिए। उनकी 286 दिनों की यात्रा ने मानव अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में नए रास्ते खोले हैं।
इस ऐतिहासिक वापसी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अंतरिक्ष अन्वेषण में नासा और स्पेसएक्स की साझेदारी मानवता को नए आयाम तक पहुंचाने में सक्षम है। दुनिया भर के वैज्ञानिक और स्पेस-लवर्स इस सफलता को एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में देख रहे हैं। 🚀🌍