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February 8, 2025 3:03 AM

6 दिसंबर से भोपाल में महिला वैज्ञानिकों का ‘स्त्री-2024’ सम्मेलन शुरु होगा

भोपाल में महिला वैज्ञानिकों का ‘स्त्री-2024’ सम्मेलन: भारतीय ज्ञान प्रणालियों में महिलाओं का योगदान"

भोपाल में महिला वैज्ञानिकों का ‘स्त्री-2024’ सम्मेलन आज से शुरु होगा

भोपाल:
विज्ञान भारती की महिला इकाई ‘शक्ति’ द्वारा राजधानी भोपाल में आयोजित तीन दिवसीय ‘स्त्री-2024’ सम्मेलन का शुभारंभ शुक्रवार, 6 दिसंबर से होगा। यह सम्मेलन महिला वैज्ञानिकों और बौद्धिक जगत की महिलाओं के योगदान को समर्पित है। सम्मेलन का उद्घाटन मौलाना आज़ाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में राज्य मंत्री कृष्णा गौर और राज्य मंत्री चैतन्य कश्यप करेंगे। इस आयोजन में देश भर की महिला वैज्ञानिकों और बौद्धिक विशेषज्ञों का जमावड़ा होगा।

सम्मेलन का उद्देश्य और केंद्रीय विषय:

‘स्त्री-2024’ सम्मेलन का केंद्रीय विषय है – “भारतीय ज्ञान प्रणालियों के संरक्षक और प्रचारक के रूप में महिलाएं: आदि से अमृत काल तक”। इस विषय के तहत भारतीय बौद्धिक और सांस्कृतिक धरोहर में महिलाओं के योगदान को उजागर किया जाएगा। सम्मेलन का उद्देश्य यह बताना है कि भारतीय ज्ञान प्रणालियों को संरक्षित और प्रचारित करने में महिलाओं का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा है, और आज भी वह इस भूमिका में हैं।

पहले दिन की गतिविधियाँ:

सम्मेलन का पहला दिन विशेष रूप से प्रदर्शनी और उद्घाटन सत्र के लिए समर्पित है। प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह सुबह 10:30 बजे मैनिट के एबीसीडी टीचिंग हॉल में होगा, जहां राज्य मंत्री कृष्णा गौर और चैतन्य कश्यप कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की प्रो. चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी।

महिला प्रशासक अहिल्याबाई होल्कर पर विशेष सत्र:

प्रथम दिन के एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम में महिला प्रशासक अहिल्याबाई होल्कर पर एक खुला सत्र आयोजित किया जाएगा। इस सत्र में अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और उनके द्वारा छोड़ी गई ऐतिहासिक और सामाजिक धरोहर पर गहन चर्चा होगी। विशेष रूप से यह विषय उठाया जाएगा कि अहिल्याबाई की शिक्षाओं से वर्तमान समय में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए क्या महत्वपूर्ण पाठ सीखे जा सकते हैं। यह सत्र महिलाओं के इतिहास और उनके योगदान को समझने का एक प्रेरणादायक अवसर प्रदान करेगा।

7-8 दिसंबर को बौद्धिक सत्र और महिला उद्यमिता पर चर्चा:

सम्मेलन के दूसरे और तीसरे दिन, यानी 7 और 8 दिसंबर को विभिन्न बौद्धिक सत्रों का आयोजन होगा। इन सत्रों में देश भर की सफल महिला उद्यमियों की कहानियां प्रस्तुत की जाएंगी। इसके अलावा, महिला उद्यमियों की समस्याओं और चुनौतियों पर भी गहन चर्चा की जाएगी। ये सत्र महिलाओं के व्यावसायिक विकास, उनके संघर्षों और सफलता के रास्तों पर प्रकाश डालेंगे।

महिला वैज्ञानिकों का योगदान:

इस सम्मेलन के माध्यम से विज्ञान और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को न केवल मान्यता दी जाएगी, बल्कि उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों और संघर्षों पर भी चर्चा की जाएगी। भारत में महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला और अन्य क्षेत्रों में जो अविस्मरणीय कार्य किए हैं, उनका सम्मान और प्रचार किया जाएगा।

सम्मेलन का महत्व:

‘स्त्री-2024’ सम्मेलन न केवल महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत होगा, बल्कि यह उन कार्यों और योगदानों को भी उजागर करेगा जिन्हें समाज ने कभी नजरअंदाज किया। यह कार्यक्रम समाज में महिलाओं की भूमिका को नई दिशा देने और उन्हें उनके वास्तविक स्थान पर लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस सम्मेलन से महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों को अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा और वे अपने अनुभवों से अन्य महिलाओं को प्रेरित कर सकेंगी। साथ ही, यह आयोजन भारतीय ज्ञान प्रणालियों में महिलाओं के योगदान को पुनः स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

समापन:

‘स्त्री-2024’ सम्मेलन न केवल महिलाओं के योगदान को सम्मानित करेगा, बल्कि यह भारतीय समाज में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नया मोड़ लाने का काम करेगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में विचार-विमर्श, प्रदर्शन, और प्रेरणादायक सत्रों के माध्यम से महिलाएं अपने कार्यों और संघर्षों को साझा करेंगी और नए अवसरों की ओर अग्रसर होंगी।

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