स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट को कहा अलविदा, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद लिया संन्यास
दुबई। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में भारत से हार के बाद एक और बड़ा झटका लगा है। टीम के अनुभवी बल्लेबाज और टूर्नामेंट में कप्तानी संभालने वाले स्टीव स्मिथ (Steve Smith) ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को इस फैसले की पुष्टि की।
भारत से हार के बाद लिया संन्यास का फैसला
ऑस्ट्रेलिया को मंगलवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के हाथों चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के साथ ही ऑस्ट्रेलिया का चैंपियंस ट्रॉफी में सफर खत्म हो गया। पैट कमिंस (Pat Cummins) की गैरमौजूदगी में स्टीव स्मिथ ने इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की थी, लेकिन वह बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके।
स्मिथ का वनडे करियर शानदार रहा
34 वर्षीय स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 169 वनडे मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 5727 रन बनाए। उनका वनडे करियर औसतन 43.06 का रहा और उन्होंने 87.13 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। वनडे में उनकी सर्वोच्च पारी 164 रन की रही।
स्टीव स्मिथ के वनडे करियर की प्रमुख उपलब्धियां:
- वनडे मैच: 169
- कुल रन: 5727
- औसत: 43.06
- स्ट्राइक रेट: 87.13
- सर्वश्रेष्ठ पारी: 164 रन
- शतक: 12
- अर्धशतक: 34
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में फॉर्म में नहीं थे स्मिथ
स्टीव स्मिथ का प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में औसत रहा। उन्होंने तीन पारियों में 97 रन बनाए और उनका औसत 48.50 का रहा। उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 73 रन की रही, लेकिन टीम को महत्वपूर्ण मौकों पर उनसे बड़ी पारियों की उम्मीद थी।
टेस्ट खेलते रहेंगे, T20 में वापसी मुश्किल
संन्यास की घोषणा के बाद स्टीव स्मिथ ने यह भी साफ किया कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे। हालांकि, टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वह पिछले काफी समय से टीम से बाहर चल रहे हैं, इसलिए उनका वापसी करना मुश्किल नजर आ रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए बड़ी क्षति
स्टीव स्मिथ का वनडे से संन्यास लेना ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति मानी जा रही है। वह टीम के अनुभवी बल्लेबाजों में से एक थे और उनकी रणनीतिक समझ ने ऑस्ट्रेलिया को कई मैचों में जीत दिलाई थी। उनके अनुभव और मध्यक्रम में स्थिरता लाने की क्षमता को टीम जरूर मिस करेगी।
स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया और कई यादगार पारियां खेलीं। उनका संन्यास एक युग के अंत जैसा है, लेकिन वह अब पूरी तरह से टेस्ट क्रिकेट पर फोकस करेंगे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फैंस उन्हें वनडे में मिस करेंगे, लेकिन उनके टेस्ट करियर में अब भी कई साल बाकी हो सकते हैं।