1 मई को पूरे गर्व और उल्लास के साथ मनाया जाने वाला महाराष्ट्र दिवस न केवल राज्य की स्थापना का प्रतीक है, बल्कि यह उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, बहुभाषी विविधता और सामाजिक सौहार्द का उत्सव भी है। इस विशेष अवसर पर सोनी सब के लोकप्रिय धारावाहिकों से जुड़े कलाकारों ने महाराष्ट्र को अपने अंदाज़ में श्रद्धांजलि दी और साझा किए अपने निजी अनुभव और भावनाएँ।
“इस माटी में है अपनापन और प्रेरणा” – सुमीत राघवन
‘वागले की दुनिया’ में राजेश वागले की भूमिका निभा रहे सुमीत राघवन ने कहा:
“मुंबई की गलियों में पले-बढ़े हम जैसे लोग महाराष्ट्र को सिर्फ राज्य नहीं, अपना घर मानते हैं। मुझे आज भी पुरण पोली और श्रीखंड-पुरी की खुशबू से माँ की रसोई याद आ जाती है। महाराष्ट्र परंपरा और प्रगति का संगम है — यही उसकी सबसे बड़ी ताक़त है। इस दिवस पर मैं राज्य की उस भावना को सलाम करता हूँ जो हर दिन हमें बेहतर बनने की प्रेरणा देती है।”
“महाराष्ट्र है जज़्बा, रफ्तार और रूह” – सायली सालुंखे
‘वीर हनुमान’ में देवी अंजनी की भूमिका निभा रहीं सायली सालुंखे ने कहा:
“पुणे के किलों की गूंज और मुंबई की तेज़ रफ्तार — यही महाराष्ट्र की आत्मा है। इस राज्य ने न सिर्फ मुझे पहचान दी, बल्कि मेरे सपनों को पंख भी दिए। इस दिवस पर मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि इस राज्य की साहसी आत्मा और संघर्षशील नागरिकों को सलाम करें।”

“त्यौहारों की रंगत और इंसानियत की महक” – आदित्य रेडिज
‘तेनाली रामा’ के राजा कृष्णदेव राय यानी आदित्य रेडिज बोले:
“महाराष्ट्र वो धरती है जहाँ त्योहारों की धूम है और लोगों का दिल बड़ा है। इसने मुझे जीवन जीने का तरीका सिखाया है। आज जब मैं पीछे देखता हूं, तो महसूस करता हूं कि इस राज्य की मिट्टी ने ही मुझे वो इंसान बनाया है जो मैं आज हूं।”
“गर्व से कहो, जय महाराष्ट्र” – जयेश मोरे
‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में दिलीप पटेल की भूमिका निभाने वाले जयेश मोरे ने कहा:
“हमारे राज्य ने जो सांस्कृतिक समृद्धि दी है, वह अनमोल है। महाराष्ट्र दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, एक भाव है — अपने इतिहास, अपनी भाषाओं, अपने संघर्ष और उपलब्धियों का उत्सव। महाराष्ट्र दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा!”
“यह राज्य मेरा स्वाभिमान है” – आदिश वैद्य
विक्रम सरन के किरदार में नजर आने वाले आदिश वैद्य ने कहा:
“मुंबई मेरी कर्मभूमि है। यहीं से मेरे सपने शुरू हुए, और आज जो कुछ भी हूं, वह इस राज्य की देन है। मैं चाहता हूं कि महाराष्ट्र हमेशा प्रगति की राह पर अग्रसर रहे। सभी को महाराष्ट्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ! जय जय महाराष्ट्र माझा!” इस अवसर पर सोनी सब के कलाकारों ने साबित कर दिया कि एक कलाकार सिर्फ मंच का ही नहीं, समाज और संस्कृति का भी प्रतिनिधि होता है। उनकी भावनाएँ महाराष्ट्र के हर नागरिक की आवाज़ बनकर गूंजीं।