- यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले कौशलेंद्र प्रताप सिंह और उनकी पत्नी अंकिता सिंह का अब तक कोई सुराग नहीं लगा
इंदौर/प्रतापगढ़। सिक्किम की वादियों में हनीमून पर गया एक और नवविवाहित जोड़ा अब भी रहस्यमय ढंग से लापता है। हादसे को 11 दिन बीत चुके हैं, लेकिन यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले कौशलेंद्र प्रताप सिंह और उनकी पत्नी अंकिता सिंह का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। परिजनों का कहना है, “सर्च ऑपरेशन में जो भी सामान मिला है, उनमें हमारा कुछ भी नहीं — एक चप्पल तक नहीं मिली।”
दूसरी रहस्यमयी घटना: सोनम-राजा केस के बाद फिर हड़कंप
यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब कुछ दिन पहले ही मध्यप्रदेश के इंदौर निवासी सोनम और राजा भी सिक्किम से लापता हो गए थे। राजा का शव बरामद हो चुका है और सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जीवित मिल चुकी है। इस घटना ने जहां राहत दी, वहीं कौशलेंद्र और अंकिता के परिवार की पीड़ा को और बढ़ा दिया।
1000 फीट गहरी खाई में गिरी ट्रैवलर, दो जिंदा बचे
घटना 29 मई की है, जब हनीमून मनाने गए दंपती जिस ट्रैवलर वाहन में सफर कर रहे थे, वह 1000 फीट गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे में सवार दो लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया, जिनमें से एक ICU में और दूसरा सामान्य वार्ड में भर्ती है। दोनों ने पुष्टि की है कि कौशलेंद्र और अंकिता भी उसी वाहन में सवार थे।

“जब तक उन्हें खोज नहीं लेता, सिक्किम नहीं छोड़ूंगा”
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह बेहद भावुक होकर कहते हैं, “सर्च ऑपरेशन में जो भी कपड़े, घड़ी, बैग, जूते निकले हैं, उनमें से एक भी हमारे बच्चों का नहीं है। मैं तब तक सिक्किम नहीं छोड़ूंगा जब तक बेटे-बहू को खोज न लूं।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि खोज अभियान को तेज़ किया जाए।
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‘5 मई को हुई थी शादी, 25 को गए थे हनीमून पर’
अभी कुछ ही दिन पहले 5 मई को कौशलेंद्र और अंकिता की शादी हुई थी। 25 मई को वे हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए थे। अंकिता के पिता विजय सिंह डब्बू बताते हैं कि 29 मई को बेटी से आखिरी बात हुई थी, वह बहुत खुश थी — “उसके बाद से वो बस गायब है।”

सरकार पर नाराजगी: “हमने वर्षों सेवा की, अब कोई नहीं आया”
कौशलेंद्र के दादा और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. उम्मेद सिंह ‘इन्सान’ ने सरकार की चुप्पी पर तीखी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री से लेकर पीएमओ तक गुहार लगाई, लेकिन कहीं से कोई ठोस जवाब नहीं मिला। पार्टी के लिए वर्षों सेवा की, पर संकट में कोई देखने भी नहीं आया।” उन्होंने ओडिशा सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि “वहां तुरंत प्रशासन सक्रिय हो गया, लेकिन उत्तर प्रदेश और केंद्र से केवल आश्वासन ही मिला।”
अब परिवार को है सिर्फ एक उम्मीद — भगवान पर भरोसा
परिवार की निगाहें अब केवल ईश्वर की ओर हैं। वे देशवासियों से अपील कर रहे हैं कि कौशलेंद्र और अंकिता की सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना करें। सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है, लेकिन हर बीतता दिन चिंता और अनिश्चितता को बढ़ा रहा है।
कौशलेंद्र के दादा सरकार से नाराज
कौशलेंद्र के दादा और भाजपा नेता डॉ. उम्मेद सिंह ‘इन्सान’ ने भी घटना को लेकर सरकार की उदासीनता पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने बताया “मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, महामहिम राज्यपाल, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री, पीएमओ तक संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कहीं से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली। पार्टी में हम वर्षों से सेवा कर रहे हैं, लेकिन जब संकट आया तो कोई देखने तक नहीं आया।” उन्होंने बताया कि ओडिशा सरकार, जहां उनकी पार्टी की सरकार है, ने तुरंत संज्ञान लेकर प्रशासन को एक्टिव किया, जबकि उत्तर प्रदेश और केंद्र से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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