भोपाल: प्रख्यात समाजवादी नेता और पूर्व मंत्री सविता बाजपेयी का गुरुवार सुबह 4:00 बजे निधन हो गया। वे 87 वर्ष की थीं और पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
सविता बाजपेयी, जो वरिष्ठ पत्रकार बालमुकुंद भारती की धर्मपत्नी थीं, भोपाल की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रद्धा अग्रवाल और निष्ठा दुबे की मां थीं। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को भदभदा विश्राम घाट पर किया गया, जहां परिवार, दोस्तों और समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
राजनीतिक करियर:
सविता बाजपेयी 1980 के दशक में चर्चा में आई थीं, जब 1977 के विधानसभा चुनाव में सीहोर से विधायक चुनी गईं थीं। जनता पार्टी के शासनकाल में वे तीन बार मंत्री रहीं और कैलाश जोशी, वीरेंद्र सखलेचा और सुंदरलाल पटवा के मंत्रिमंडल में क्रमशः राज्यमंत्री और मंत्री के पद पर कार्य किया। इसके अतिरिक्त, सविता बाजपेयी 18 महीने तक मीसाबंदी भी रहीं।
सामाजिक कार्य:
सविता बाजपेयी 1972-77 तक प्रोफेसर्स कॉलोनी के बच्चों में ‘आंटी’ के रूप में प्रसिद्ध थीं, क्योंकि वे बच्चों के लिए राष्ट्रीय सेवा (शाखा) का आयोजन करती थीं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।