नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अंबेडकर विवाद को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन तेज हो गया, जिसके कारण लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया और मार्च निकाला। इसी दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रदर्शन में शामिल हुईं, लेकिन राहुल गांधी आज इस प्रदर्शन में मौजूद नहीं थे।
अंबेडकर विवाद और एफआईआर का मुद्दा
विपक्षी नेताओं ने डॉ. भीमराव अंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का विरोध किया। 19 दिसंबर को अंबेडकर पर बयान देने के बाद, राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने इस मामले को संसद में उठाया था। मकर गेट पर हुए धक्का-मुक्की के दौरान भाजपा के दो सांसदों, ओडिशा के बालासोर से प्रताप सारंगी और फर्रुखाबाद से मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। दोनों सांसदों ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया था, जिसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि राहुल गांधी ने हत्या की कोशिश की और विरोधी सांसदों के खिलाफ धमकाने की कोशिश की थी। हालांकि, पुलिस ने एफआईआर से हत्या की कोशिश की धारा (धारा-109) हटा दी और केवल छह धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
प्रियंका गांधी का बयान
प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पूरे विवाद को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि यह सब ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर झूठी एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी कभी भी किसी को धक्का नहीं दे सकते। प्रियंका ने कहा, “राहुल गांधी मेरा भाई है, और मैं उन्हें जानती हूं, वह कभी किसी को धक्का नहीं दे सकते। यह सब भाजपा के नेताओं की हताशा का नतीजा है।”
प्रियंका ने आगे कहा कि यह सरकार डरी हुई है, क्योंकि वह अडाणी मामले पर चर्चा करने से डरती है और अब उन्हें इस बात का डर है कि अंबेडकर जी पर उनकी सच्ची भावनाएं सामने आ चुकी हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर अंबेडकर के नाम का अपमान कर रही है और संविधान निर्माता के खिलाफ बयान देकर उनके योगदान को नकारने की कोशिश कर रही है। प्रियंका ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने अंबेडकर जी के सम्मान के लिए आवाज उठाई है और इस मामले से राष्ट्रहित जुड़ा हुआ है।
लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही, स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद के गेट पर प्रदर्शन करना और सदन में बाधा डालना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद के आंतरिक मामलों को इस तरह के प्रदर्शन से प्रभावित नहीं होने देना चाहिए। इसके बाद, लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। माना जा रहा है कि राज्यसभा में भी इसी तरह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, और यहां भी कार्यवाही स्थगित की जा सकती है।
विपक्ष का लगातार विरोध
अंबेडकर पर शाह के बयान के खिलाफ विपक्ष का विरोध लगातार जारी है। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा जानबूझकर अंबेडकर के योगदान को कम करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर आवाज उठाई है और सरकार से माफी की मांग की है।
इसके अलावा, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा द्वारा किया गया यह प्रयास संविधान के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाता है। कांग्रेस का यह भी कहना है कि जब राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में अंबेडकर के सम्मान में बात की, तो भाजपा सांसदों ने उन पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया, जो कि गलत है।