नई दिल्ली। साहित्य अकादमी ने देश के सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों में से एक, साहित्य अकादमी पुरस्कार, की चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष 24 भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट साहित्यिक कृतियों को प्रदान किया जाता है। इस बार पहली बार अकादमी ने लेखकों, प्रकाशकों एवं उनके शुभचिंतकों से पुस्तकों की प्रत्यक्ष रूप से मांग की है।
नई चयन प्रक्रिया का स्वरूप
अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि अब लेखकों, प्रकाशकों और अन्य संबंधित पक्षों को अपने पुस्तकों को नामांकन के लिए स्वयं प्रस्तुत करने का अवसर दिया जा रहा है। यह बदलाव पुरस्कार प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और व्यापक बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है।
नामांकन एवं आवेदन प्रक्रिया
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2025 के लिए वर्ष 2019 से 2023 (1 जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2023) के बीच प्रकाशित पुस्तकों को नामांकन हेतु आमंत्रित किया गया है।
नामांकन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आवेदन पत्र भरना: इच्छुक लेखक या प्रकाशक को अकादमी द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र भरना होगा।
- एक प्रति जमा करना: चयन प्रक्रिया के लिए नामांकित पुस्तक की एक प्रति अकादमी में जमा करनी होगी।
- अंतिम तिथि: आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2025 निर्धारित की गई है।
उद्देश्य और महत्व
साहित्य अकादमी का यह कदम पुरस्कार प्रक्रिया में विविधता और निष्पक्षता लाने का प्रयास है। इससे अधिक से अधिक योग्य रचनाएँ विचारार्थ प्रस्तुत की जा सकेंगी और प्रतिभाशाली साहित्यकारों को पहचान मिलेगी।
अधिक जानकारी के लिए
नामांकन प्रक्रिया, नियम एवं शर्तों के बारे में अधिक जानकारी साहित्य अकादमी की आधिकारिक वेबसाइट www.sahitya-akademi.gov.in पर उपलब्ध