नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। भाजपा मुख्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से उनका नाम तय किया गया। उनके चयन को लेकर पार्टी में कई नामों की चर्चा थी, लेकिन अंततः रेखा गुप्ता को चुना गया। उनके नेतृत्व में भाजपा दिल्ली में अपनी नई रणनीति के तहत सरकार चलाएगी।
भाजपा मुख्यालय में ऐलान, कार्यकर्ताओं में उत्साह
भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में केंद्रीय नेतृत्व ने रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा की। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, संगठन महासचिव बी.एल. संतोष और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक के बाद जैसे ही रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा हुई, पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। मुख्यालय के बाहर जश्न का माहौल दिखा और समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ खुशी मनाई।
कौन हैं रेखा गुप्ता? जानिए उनका राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। 1972 में उनका परिवार दिल्ली आ गया, जहां उनके पिता जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी थे। दिल्ली में ही पली-बढ़ी रेखा ने दौलत राम कॉलेज से बी.कॉम और फिर एलएलबी की पढ़ाई की।
राजनीतिक करियर:
- राजनीति में उनकी शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से हुई थी।
- वे दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
- दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद, वे भाजपा में तेजी से आगे बढ़ीं।
- हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी।
- इससे पहले वे दिल्ली नगर निगम (MCD) में पार्षद और स्थायी समिति की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
रेखा गुप्ता को आरएसएस (RSS) और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मजबूत समर्थन प्राप्त है। उनके नेतृत्व कौशल और संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
भाजपा ने रेखा गुप्ता को ही क्यों चुना?
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के पीछे कई अहम कारण माने जा रहे हैं:
- महिला नेतृत्व: भाजपा ने महिला सशक्तिकरण के एजेंडे को मजबूत करने के लिए रेखा गुप्ता को आगे किया है।
- वैश्य समुदाय का समर्थन: दिल्ली में व्यापारी वर्ग और वैश्य समुदाय का भाजपा पर खासा प्रभाव है, और रेखा गुप्ता इसी समुदाय से आती हैं।
- आरएसएस का समर्थन: सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने महिला मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दिया था, जिसे भाजपा ने स्वीकार किया।
- गंभीर और अनुभवी चेहरा: दिल्ली की राजनीति में रेखा गुप्ता को एक मजबूत और अनुभवी नेता के रूप में देखा जाता है। वे एमसीडी में भी कई पदों पर रह चुकी हैं।
- आप (AAP) के खिलाफ सशक्त चेहरा: आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ भाजपा को एक प्रभावी महिला चेहरा चाहिए था, जो उनके मुद्दों को मजबूती से उठाए।
शपथ ग्रहण समारोह: 20 फरवरी को रामलीला मैदान में होगा आयोजन
रेखा गुप्ता 20 फरवरी 2025 को दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। इस भव्य समारोह में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
समारोह की खास बातें:
- अनुमान है कि 30,000 से अधिक लोग इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे।
- भाजपा इस समारोह को बड़े जनसंपर्क अभियान के रूप में भी देख रही है, जिसमें दिल्ली के व्यापारी वर्ग, युवा और महिला वर्ग की विशेष भागीदारी होगी।
- शपथ ग्रहण समारोह के बाद रेखा गुप्ता दिल्ली सचिवालय में कार्यभार संभालेंगी और पहली कैबिनेट बैठक करेंगी।
दिल्ली की जनता को क्या मिलेगा?
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता ने कहा कि “दिल्ली के विकास और महिलाओं की सुरक्षा मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।”
रेखा गुप्ता की संभावित प्राथमिकताएं:
- महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी।
- युवाओं के लिए रोजगार और नई स्टार्टअप योजनाओं की घोषणा हो सकती है।
- व्यापारियों को राहत देने के लिए टैक्स सुधार किए जा सकते हैं।
- दिल्ली में ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
- यमुना सफाई अभियान को तेज किया जाएगा और दिल्ली में बुनियादी ढांचे को सुधारा जाएगा।
क्या कह रहे हैं विपक्षी नेता?
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने पर विपक्षी दलों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है।
- आम आदमी पार्टी (AAP):
“भाजपा को दिल्ली में बहुमत नहीं मिला, फिर भी वे सरकार बना रहे हैं। जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।” - कांग्रेस:
“दिल्ली की जनता को स्थिर और पारदर्शी सरकार चाहिए। हम देखेंगे कि भाजपा कैसे सरकार चलाती है।”
वहीं, भाजपा का दावा है कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली “नए युग में प्रवेश करेगी” और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की ओर बढ़ेगी।
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना दिल्ली की राजनीति के लिए एक बड़ा बदलाव है। भाजपा ने दिल्ली में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एक महिला, अनुभवी और वैश्य समुदाय से जुड़े चेहरे को चुना है। अब देखना होगा कि वे मुख्यमंत्री के रूप में कितनी सफल रहती हैं और जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती हैं।