July 5, 2025 5:42 AM

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र: दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक छात्रों की हॉस्टल और स्कॉलरशिप समस्याओं पर जताई चिंता

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नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश के गरीब, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों की शैक्षणिक दुर्दशा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में राहुल ने हॉस्टल की बदहाल स्थिति और स्कॉलरशिप वितरण में हो रही देरी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। राहुल ने प्रधानमंत्री से इन मुद्दों पर तुरंत हस्तक्षेप कर सुधारात्मक कदम उठाने की अपील की है।

बिहार के अंबेडकर हॉस्टल दौरे के बाद लिखी चिट्ठी

राहुल गांधी ने बताया कि उन्होंने 15 मई को बिहार के दरभंगा में अंबेडकर छात्रावास का दौरा किया था, जहां दलित और पिछड़े समुदाय के छात्र रहते हैं। वहां उन्हें छात्रों ने बताया कि एक कमरे में 6 से 7 छात्रों को ठूंसकर रखा गया है, शौचालय गंदे हैं, पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है और मेस की सुविधाएं भी न के बराबर हैं।

राहुल ने इसे शिक्षा में सामाजिक न्याय की अनदेखी बताया और कहा कि देश की 90% आबादी को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा की मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना बेहद ज़रूरी है।

पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप पर उठाए सवाल

पत्र में राहुल गांधी ने पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप में देरी और अनियमितता का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दलित, ST, EBC, OBC और अल्पसंख्यक समुदाय के लाखों छात्रों को समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने लिखा कि वहां स्कॉलरशिप पोर्टल तीन वर्षों तक निष्क्रिय रहा, जिससे 2021-22 में किसी भी छात्र को छात्रवृत्ति नहीं मिली।

राहुल के अनुसार, 2023 में जहां 1.36 लाख दलित छात्रों को स्कॉलरशिप मिली थी, वहीं 2024 में यह संख्या घटकर सिर्फ 69 हजार रह गई। उन्होंने इसे सरकार की ‘नीति विफलता’ बताया और सुधार की मांग की।

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राहुल का दो सूत्रीय सुझाव

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को दो सुझाव दिए:

  1. देश भर में आवासीय छात्रावासों की दशा में सुधार किया जाए, ताकि दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों को गरिमामय जीवन मिल सके।
  2. पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम को समयबद्ध और पारदर्शी बनाया जाए, जिससे योग्य छात्रों को आर्थिक मदद मिलने में देरी न हो।

राहुल ने अपने पत्र में लिखा, “जब तक निचले तबके के युवाओं को शिक्षा में समान अवसर नहीं मिलेंगे, तब तक भारत की प्रगति अधूरी रहेगी।”

दरभंगा दौरे पर प्रशासन से हुआ था टकराव

राहुल गांधी का दरभंगा दौरा बिना पूर्व अनुमति के हुआ था। प्रशासन ने उन्हें हॉस्टल के बजाय टाउन हॉल में कार्यक्रम करने की इजाजत दी थी, लेकिन राहुल वहां जाने के बजाय पैदल ही अंबेडकर हॉस्टल पहुंच गए। पुलिस-प्रशासन के एतराज़ के बीच उन्होंने 12 मिनट तक छात्रों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं।

राहुल का तीखा तंज – “सिस्टम में हमारे लोग जीरो हैं”

दरभंगा में छात्रों से संवाद करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, “90 प्रतिशत आबादी के लिए इस देश में कोई रास्ता नहीं है। सीनियर ब्यूरोक्रेसी, डॉक्टर, प्रोफेसर, मेडिकल कॉलेज – हर जगह आपके लोग जीरो हैं। लेकिन मनरेगा, मजदूरों की लिस्ट में आप ही हैं। देश की दौलत और संसाधनों पर मुट्ठीभर लोगों का कब्ज़ा है।”

कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा

राहुल गांधी के पत्र के बाद कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से छात्रों की समस्याओं पर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की है। पार्टी ने पूछा है कि जब सरकार देश के युवाओं को विश्वगुरु बनाने की बात करती है, तो फिर शिक्षा और सुविधाओं में इतनी विषमता क्यों?


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