लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महू में आयोजित कांग्रेस की ‘जय भीम, जय बापू, जय संविधान’ रैली में एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे जातिगत जनगणना कराने से डरते हैं और इसे कभी नहीं कराएंगे। राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकसभा और राज्यसभा में 50 फीसदी आरक्षण की दीवार को तोड़ने के लिए संघर्ष करेगी, और इसमें कोई भी उन्हें रोक नहीं सकता। उनका दावा था कि कांग्रेस पहले कांग्रेस शासित राज्यों में आरक्षण को 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ाएगी और इसके बाद इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने के लिए कानून बनाएगी।
आरक्षण की दीवार तोड़ेगा कांग्रेस
राहुल गांधी ने कहा, “हमने कभी नहीं देखा कि सरकार किसी सामाजिक और आर्थिक न्याय की बात करती है, लेकिन मोदी जी जातिगत जनगणना से हमेशा बचते हैं। उनका डर यही है कि यदि जनगणना हुई तो कई सच्चाइयां सामने आएंगी।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण की 50 फीसदी दीवार को लोकसभा और राज्यसभा में तोड़ने की योजना बना रही है, जो कि देश के पिछड़े वर्गों के लिए न्याय की ओर एक कदम होगा। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी इस दिशा में आगे बढ़ते हुए सबसे पहले कांग्रेस शासित राज्यों में आरक्षण की सीमा बढ़ाएगी, इसके बाद इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाएगा।


संविधान को रद्द करने की साजिश
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले, बीजेपी नेताओं ने संविधान को रद्द करने की कोशिश की थी। उनका कहना था कि यदि वे 400 सीटें जीतते हैं, तो संविधान को बदलने का प्रयास करेंगे। राहुल ने कहा, “उनके सामने हम खड़े हुए और लोकसभा में 400 सीटें पार करने का उनका सपना चूर हो गया। इस तरह की बातों से साफ है कि बीजेपी का असली उद्देश्य संविधान को खत्म करना है, और अगर ऐसा हुआ तो देश के गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं बचेगा।”
मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी रैली में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “जो लोग आज कांग्रेस को गालियां दे रहे हैं, वे वही लोग हैं जिन्होंने कभी स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया, बल्कि उन्होंने अंग्रेजों की नौकरी की। इनका देश की स्वतंत्रता में कोई योगदान नहीं है और यही लोग आज देश में जातिवाद और विभाजन की राजनीति कर रहे हैं।”
कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान से यह साफ हो गया कि कांग्रेस आगामी चुनावों में बीजेपी को चुनौती देने के लिए पूरे जोर-शोर से जुटी हुई है। दोनों नेताओं ने भारतीय संविधान की रक्षा की बात की और यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस का लक्ष्य समाज के सभी वर्गों को समान अधिकार देना है, चाहे वे दलित हों, आदिवासी हों या फिर अन्य पिछड़े वर्ग।
कांग्रेस का यह रुख बीजेपी की राजनीति के खिलाफ एक मजबूत संदेश के रूप में सामने आया है, और पार्टी इस मुद्दे पर आगामी चुनावों में जनमत जुटाने का प्रयास करेगी।