पटना। राहुल गांधी के निजी सहयोगी कनिष्क सिंह के नाम पर राजनीतिक पद दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक शातिर ठग को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर कांग्रेस नेता प्रवीण कुशवाहा से 10 लाख रुपये की मांग करने का आरोप है। इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है।
कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद और टिकट दिलाने का दिया था लालच
पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपित ने खुद को कनिष्क सिंह का बेहद करीबी बताते हुए प्रवीण कुशवाहा से संपर्क साधा और उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष पद दिलवाने का वादा किया। साथ ही कहा गया कि आगामी चुनाव में टिकट भी सुनिश्चित करवा देंगे — बशर्ते 10 लाख रुपये की ‘सुविधा शुल्क’ का भुगतान किया जाए।
दिल्ली से पटना तक रची गई साजिश
पहले आरोपित ने कुशवाहा को दिल्ली बुलाया, लेकिन बाद में पटना में ही पैसे लेने की योजना बनाई। तय हुआ कि कुशवाहा का भाई पटना के लेमन ट्री होटल के पास आकर पैसे सौंपेगा। मगर प्रवीण कुशवाहा को मामले पर संदेह हुआ और उन्होंने अपने भाई को सतर्क कर दिया।
रंगे हाथ पकड़ा गया एक ठग, दूसरा फरार
पैसे लेने जब दो लोग पहुंचे, तब कुशवाहा के भाई ने प्लान के मुताबिक कार्रवाई की। इस दौरान गौरव शर्मा नामक आरोपी 2 लाख रुपये लेकर भाग निकला, जबकि दूसरा शख्स रजत नाम का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
गौरव पहले भी कर चुका है कई नेताओं से संपर्क
पुलिस जांच में सामने आया कि गौरव शर्मा पहले भी कई कांग्रेस नेताओं से फोन पर संपर्क कर चुका है, और हर बार वह खुद को कनिष्क सिंह का प्रतिनिधि बताता था। वहीं गिरफ्तार रजत पहले भी ठगी के मामलों में जेल जा चुका है और उसका आपराधिक इतिहास रहा है।
पुलिस कर रही है फरार आरोपी की तलाश
फिलहाल पटना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी गौरव शर्मा की तलाश शुरू कर दी गई है। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इस ठगी नेटवर्क के पीछे कोई बड़ा गिरोह तो सक्रिय नहीं है।
यह घटना न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचाने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह से राजनीतिक प्रभाव और संपर्क का झांसा देकर भोले नेताओं को ठगने की कोशिश की जाती है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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