Trending News

April 25, 2025 7:22 AM

थाईलैंड दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को लेकर हुई अहम बैठक

pm-modi-thailand-visit-bilateral-meeting-cultural-trade-relations

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को थाईलैंड पहुंचे। इस दौरे के दौरान उन्होंने थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की और थाईलैंड की प्रसिद्ध रामायण ‘रामाकेन’ के मंचन का आनंद लिया।

एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय से मुलाकात

प्रधानमंत्री मोदी के थाईलैंड पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बैंकॉक एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी मौजूद थे, जिन्होंने भारत और थाईलैंड की दोस्ती को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। पीएम मोदी ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया और भारत-थाईलैंड के गहरे संबंधों पर बात की।

थाईलैंड की प्रधानमंत्री से मुलाकात और संयुक्त प्रेस वार्ता

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समकक्ष पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा से मुलाकात की। 38 वर्षीय पाइतोंग्तार्न दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री हैं। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, रक्षा सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।

संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने सबसे पहले 28 मार्च को आए भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने भारत और थाईलैंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा की।

भारत-थाईलैंड के ऐतिहासिक संबंधों पर जोर

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा,
“भारत और थाईलैंड के संबंध सदियों पुराने हैं। हमारी संस्कृतियां, परंपराएं और आध्यात्मिक धरोहर एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी हुई हैं। बौद्ध धर्म के प्रसार ने हमारे लोगों को जोड़ा है। रामायण की कहानियां थाईलैंड की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं।”

थाईलैंड में रामायण को ‘रामाकेन’ के नाम से जाना जाता है, जो वहां के लोकजीवन और परंपराओं में गहराई से समाई हुई है। पीएम मोदी ने थाईलैंड में रामाकेन के मंचन को भी देखा और इसकी भव्य प्रस्तुति की सराहना की।

व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा

इस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के अधिकारियों ने व्यापार और निवेश के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर अहम मुद्दों पर चर्चा की। भारत और थाईलैंड के बीच पहले से ही मजबूत आर्थिक संबंध हैं और इस दौरे में इन्हें और गति देने पर सहमति बनी।

थाईलैंड भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों देशों ने टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप्स और डिजिटल इकोनॉमी को लेकर भी आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।

रक्षा और सामरिक सहयोग पर चर्चा

बैठक के दौरान रक्षा और रणनीतिक सहयोग को लेकर भी चर्चा की गई। भारत और थाईलैंड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए एक-दूसरे के साथ समन्वय बनाए हुए हैं। दोनों देशों ने सुरक्षा, समुद्री व्यापार और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री मोदी का दौरा क्यों महत्वपूर्ण है?

  • भारत और थाईलैंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
  • व्यापार, निवेश और टेक्नोलॉजी सेक्टर में नए अवसर खुलेंगे।
  • इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सामरिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी।
  • भारतीय प्रवासियों और थाईलैंड के साथ भारत के संबंध और बेहतर होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है। इस दौरे के बाद भारत-थाईलैंड के व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक मजबूती मिलने की संभावना है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram