प्रधानमंत्री मोदी का Lex Fridman के साथ पॉडकास्ट: खेलों की बढ़ती संस्कृति और भारत की खेल शक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया पॉडकास्ट में खेलों की बढ़ती संस्कृति और भारत के खेल क्षेत्र में हो रहे बदलावों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत अब सिर्फ एक खेल प्रेमी देश नहीं रहा, बल्कि खेलों में एक नई पहचान बना रहा है।
क्रिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी के विचार
पॉडकास्ट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्रिकेट का जिक्र करते हुए हाल ही में हुए भारत-पाकिस्तान मैच की चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस मुकाबले ने फिर से यह साबित कर दिया कि कौन सी टीम बेहतर प्रदर्शन कर रही है। प्रधानमंत्री ने भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि खेल सिर्फ जीत-हार का नहीं, बल्कि अनुशासन, प्रतिबद्धता और टीम वर्क का माध्यम होता है।


फुटबॉल और ‘मिनी ब्राजील’ का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने फुटबॉल पर चर्चा करते हुए मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को वहां के लोग ‘मिनी ब्राजील’ कहते हैं क्योंकि यहां फुटबॉल की गहरी जड़ें हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “शहडोल का यह छोटा सा गांव भारत के फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा है। चार से पांच पीढ़ियों से यहां फुटबॉल खेला जा रहा है और अब तक 80 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी इस जगह से निकल चुके हैं।”
खेलों में भारत की बढ़ती ताकत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अब खेलों में सिर्फ भाग नहीं लेता, बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी ताकत साबित कर रहा है। उन्होंने देश में खेलों के लिए बन रही नई नीतियों, सुविधाओं और प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने की योजनाओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सरकार ‘खेलो इंडिया’ और अन्य योजनाओं के माध्यम से खेलों को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए प्रयासरत है।
खेलों का युवाओं के जीवन में महत्व
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि हर युवा को कम से कम एक खेल जरूर खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह व्यक्ति में टीम भावना, अनुशासन और धैर्य भी विकसित करते हैं।
भारत की खेल नीति और भविष्य की योजनाएं
पॉडकास्ट के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में ओलंपिक, एशियाई खेल और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में और भी मजबूत प्रदर्शन करेगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को खेलों की ओर प्रोत्साहित करें और खेलों को सिर्फ मनोरंजन के रूप में नहीं, बल्कि करियर और जीवनशैली के रूप में अपनाएं।
प्रधानमंत्री मोदी के इस पॉडकास्ट से यह स्पष्ट होता है कि भारत में खेलों को लेकर एक नई जागरूकता आ रही है। सरकार और समाज मिलकर एक ऐसे माहौल का निर्माण कर रहे हैं जहां खेल सिर्फ शौक नहीं, बल्कि एक सुनहरे भविष्य की ओर ले जाने वाला जरिया बन रहा है।
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