
चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह आज चंडीगढ़ पहुंचे। उनका दौरा खासतौर पर पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में लागू किए गए तीन नए क्रिमिनल कानूनों की समीक्षा करने के लिए था। इन नए कानूनों में भारतीय दंड संहिता (IPC), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में प्रभावी किया गया है। इस अवसर पर चंडीगढ़ के एसएसपी कंवरदीप कौर ने प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और पंजाब के राज्यपाल तथा चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को एक प्रदर्शनी दिखायी।
नए क्रिमिनल कानूनों की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में इस समीक्षा बैठक में भाग लिया, जहां चंडीगढ़ की पुलिस ने इन नए कानूनों की प्रभावशीलता और उनके कार्यान्वयन पर चर्चा की। यह कानून राज्य में अपराधों के निपटान और कानूनी प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लागू किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह ने अधिकारियों से नए कानूनों के अंतर्गत किए जा रहे सुधारों और उनके प्रभाव पर चर्चा की।
चंडीगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली का अवलोकन
चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को पुलिस की कार्यप्रणाली और नई तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एसएसपी ने प्रदर्शनी में दिखाया कि कैसे चंडीगढ़ पुलिस ने इन नए कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू किया है। प्रधानमंत्री मोदी को बताया गया कि चंडीगढ़ पुलिस ने केस दर्ज होने से लेकर आरोपियों को जेल में रखने तक की प्रक्रिया को पूरी तरह से कम्प्यूटरीकरण किया है। इसके अलावा, पुलिस के पास अब नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है जिससे अपराधों की जांच और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई जा सके।
नए कानूनों के तहत एफआईआर और निर्णय
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को जानकारी दी गई कि चंडीगढ़ में नए क्रिमिनल कानूनों के तहत अब तक 900 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। इन मामलों में से 4 केसों में फैसले भी हो चुके हैं, जिससे यह साफ होता है कि नए कानूनों के लागू होने के बाद अपराधों पर नियंत्रण पाने में मदद मिल रही है। चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब सभी थाने पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत हो चुके हैं, जिससे काम की पारदर्शिता और गति बढ़ी है। इसके अलावा, पुलिस ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया है, जिससे इन वर्गों को सुरक्षा और अधिकारों के बारे में बताया जा रहा है।
समाज में जागरूकता और न्याय का सुनिश्चित करना
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि चंडीगढ़ में पुलिस ने नए कानूनों के तहत समाज के सभी वर्गों के लिए सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के प्रयास किए हैं। विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि समाज में किसी भी व्यक्ति को न्याय पाने के लिए कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
गृहमंत्री अमित शाह ने भी पुलिस अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें सलाह दी कि तकनीकी विकास के साथ-साथ मानवाधिकारों की सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इन नए कानूनों का उद्देश्य लोगों को न्याय दिलाने में तेज़ी लाना है और यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी नागरिक को कानूनी प्रक्रिया में धक्के न खाने पड़ें।
आगे के कदम और योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह ने बैठक में चर्चा की कि इन नए कानूनों के तहत सुधारों को और भी व्यापक रूप से लागू किया जाएगा। सरकार का मानना है कि इस प्रकार के सुधारों से न्यायिक प्रणाली और अधिक प्रभावी हो जाएगी और समाज के हर वर्ग को सुरक्षा का एहसास होगा। साथ ही, पुलिस अधिकारियों को और अधिक आधुनिक तकनीकों से लैस करने की योजना बनाई गई है, ताकि वे अपराधों पर नियंत्रण रखने और उनके त्वरित समाधान में सक्षम हो सकें।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह का चंडीगढ़ दौरा एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में है। नए क्रिमिनल कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन से जहां एक ओर अपराधों पर नियंत्रण रहेगा, वहीं दूसरी ओर नागरिकों को शीघ्र न्याय मिल सकेगा। इस तरह के सुधार राज्य के नागरिकों को एक सुरक्षित और न्यायपूर्ण वातावरण प्रदान करेंगे।